
पटना जिला
Patna district
(District in Bihar, India)
District History
पटना जिला का इतिहास: एक विस्तृत विवरण
पटना जिला, बिहार राज्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका इतिहास प्राचीन सभ्यता के उदय से जुड़ा है।
प्रारंभिक काल:
- पटना का मूल नाम पाटलिपुत्र या पाटलिपत्तन था, और इसका इतिहास लगभग 600 ईसा पूर्व से शुरू होता है।
- पटना का नाम कई बार बदला है, जैसे पातलिग्राम, कुसुमपुर, पाटलिपुत्र, अजीमाबाद, और अंततः वर्तमान नाम "पटना" पर स्थिर हुआ।
- चंद्रगुप्त मौर्य ने 4वीं शताब्दी ईसा पूर्व में इसे अपनी राजधानी बनाया।
- एक अन्य कहानी के अनुसार, पट्टन या पठ्ठान नामक एक गांव था जो बाद में पटना बन गया।
- कहा जाता है कि अजातशत्रु ने पाटलिपुत्र की स्थापना की थी।
मौर्य और गुप्त काल:
- अजातशत्रु ने बार-बार होने वाले लिच्छवी आक्रमणों से पटना की रक्षा के लिए सुरक्षा उपाय किए थे।
- उन्होंने तीन नदियों से घिरे प्राकृतिक नदी किले का निर्माण करवाया।
- अजातशत्रु के पुत्र ने अपनी राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित की, जो मौर्य और गुप्त शासनकाल में बनी रही।
- अशोक महान ने यहीं से अपने विशाल साम्राज्य का शासन किया।
- चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट समुद्रगुप्त जैसे शक्तिशाली योद्धाओं ने पाटलिपुत्र को अपनी राजधानी बनाया।
- यहीं से चंद्रगुप्त ने अपने सेना को पश्चिमी सीमा पर यूनानियों से युद्ध करने के लिए भेजा था और चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने शकों और हूणों को यहीं से परास्त किया था।
- मेगास्थनीज, यूनानी राजदूत, चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में यहाँ रहे थे।
- फाहियान (तीसरी शताब्दी) और ह्वेन त्सांग (सातवीं शताब्दी) जैसे प्रसिद्ध यात्रियों ने इस शहर का दौरा किया।
- कौटिल्य जैसे जाने-माने विद्वान यहाँ रहे और यहीं से "अर्थशास्त्र" जैसी महत्वपूर्ण रचनाएं हुईं।
- प्राचीन काल में यह शहर ज्ञान और बुद्धि का केंद्र था।
मुगल काल:
- औरंगजेब के पोते, प्रिंस अजीम-उश-शान 1703 में पटना के गवर्नर बने।
- इससे पहले, शेर शाह ने अपनी राजधानी बिहारशरीफ से पटना स्थानांतरित की थी।
- प्रिंस अजीम-उश-शान ने पटना को एक सुंदर शहर बनाने का प्रयास किया और इसी ने इसे "अजीमाबाद" नाम दिया।
- हालांकि, आम लोग इसे "पटना" ही बुलाते रहे।
- पुराने पटना या आधुनिक पटना शहर में एक दीवार थी, जिसके अवशेष आज भी पुराने पटना के प्रवेश द्वार पर देखे जा सकते हैं।
आधुनिक काल:
- पटना बिहार की राजधानी है और एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र है।
- इस शहर में कई ऐतिहासिक स्थल, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और अन्य धार्मिक स्थल हैं।
- पटना का इतिहास हमारी संस्कृति, सभ्यता, और राजनीति को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पटना का इतिहास बहुत समृद्ध है और यह एक पूरी किताब लिखने लायक विषय है। ऊपर दी गई जानकारी एक संक्षिप्त अवलोकन है, जो आपको पटना के इतिहास के बारे में एक सामान्य समझ प्रदान करती है।