





दुर्गा
Durga
(Principal Hindu goddess)
Summary
दुर्गा: एक विस्तृत हिंदी व्याख्या
दुर्गा, हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवी हैं, जिन्हें आदि पराशक्ति, देवी, या माँ दुर्गा के नाम से भी जाना जाता है। वह शक्ति और शक्ति का प्रतीक हैं, और उन्हें बुराई पर अच्छाई की विजय का अवतार माना जाता है।
दुर्गा का स्वरूप:
- रक्षक देवी: दुर्गा को उनके भक्तों की संरक्षक और रक्षक के रूप में पूजा जाता है। वह बुरी नज़र, बीमारियों, और दुर्भाग्य से रक्षा करती हैं।
- शक्ति का अवतार: दुर्गा को असाधारण शक्ति और साहस से संपन्न माना जाता है। वह अपने भक्तों को शक्ति और साहस प्रदान करती हैं।
- मातृत्व का प्रतीक: दुर्गा को माँ के रूप में पूजा जाता है, जो अपने बच्चों की रक्षा करती है और उनका पालन-पोषण करती है।
- विनाशक: दुर्गा बुराई का नाश करने वाली देवी हैं। वह बुरी शक्तियों, राक्षसों और असुरों का संहार करती हैं।
दुर्गा की कथाएं:
हिंदू धर्म में दुर्गा से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित हैं। सबसे प्रसिद्ध कथाओं में से एक है महिषासुर मर्दिनी की कथा। इस कथा के अनुसार, महिषासुर नामक एक दुष्ट राक्षस ने तीनों लोकों पर आतंक मचा रखा था। सभी देवता उससे भयभीत थे। तब सभी देवताओं ने मिलकर दुर्गा की रचना की। दुर्गा ने महिषासुर का वध करके तीनों लोकों को उसके आतंक से मुक्त कराया।
दुर्गा का स्वरूप और प्रतीक:
दुर्गा को आमतौर पर एक सुंदर स्त्री के रूप में दर्शाया जाता है, जो सिंह या बाघ की सवारी करती हैं। उनके कई हाथ होते हैं, जिनमें से प्रत्येक में एक हथियार होता है। उनके हथियारों में त्रिशूल, तलवार, धनुष-बाण, गदा आदि शामिल हैं।
दुर्गा की पूजा:
दुर्गा की पूजा पूरे भारत, नेपाल, बांग्लादेश और दुनिया भर में की जाती है। उनकी पूजा विशेष रूप से नवरात्रि और दुर्गा पूजा के त्योहारों के दौरान की जाती है। इन त्योहारों में लोग दुर्गा की मूर्तियों की स्थापना करते हैं, उनकी पूजा-अर्चना करते हैं, और व्रत रखते हैं।
दुर्गा का महत्व:
दुर्गा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवी हैं। वह शक्ति, साहस, मातृत्व और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक हैं। उनकी पूजा हमें बुरी आदतों को त्यागने और अच्छे कर्म करने की प्रेरणा देती है।