





धाता
Dhata
(Hindu god, son of Aditi)
Summary
धाता: हिन्दू धर्म में एक आदित्य देव
हिन्दू धर्म में, धाता या धात्री सूर्य देवता का एक नाम है, जो बारह आदित्यों में से एक हैं। उन्हें स्वास्थ्य और जादू के देवता के रूप में भी पूजा जाता है।
तंत्र में उनकी साधना तंत्रों के निर्माण और वैदिक मंत्रों के उच्चारण द्वारा की जाती है। अश्वमेध यज्ञ जैसे प्रमुख यज्ञों के दौरान उनका आह्वान किया जाता है।
दोनों हिंदू महाकाव्यों - महाभारत और रामायण - में धाता को एक आदित्य के रूप में दर्शाया गया है। महाभारत में खांडव वन प्रकरण में उनका वर्णन अर्जुन और कृष्ण से युद्ध करते हुए किया गया है।
भागवत पुराण में भी धाता का उल्लेख अदिति और कश्यप के सातवें पुत्र के रूप में किया गया है। इस ग्रंथ में, उनकी चार पत्नियाँ बताई गई हैं - कुहू, सिनिवाली, रका और अनुमति - जिन्होंने क्रमशः उनके पुत्रों - सायम, दर्श, प्रातः और पूर्णमास - को जन्म दिया।
अग्नि पुराण में, उन्हें पीले रंग से जोड़ा गया है।
विवरण:
- आदित्य: बारह सूर्य देवताओं में से एक।
- तंत्र: हिंदू धर्म का एक गूढ़ पक्ष जो देवी-देवताओं की साधना पर केंद्रित है।
- यज्ञ: हिंदू धर्म में एक पवित्र अनुष्ठान।
- अश्वमेध यज्ञ: एक विशाल और महत्वपूर्ण यज्ञ जिसमें एक घोड़े की बलि दी जाती है।
- अग्नि पुराण: अठारह प्रमुख पुराणों में से एक।
संक्षेप में, धाता एक शक्तिशाली सूर्य देवता हैं जिन्हें स्वास्थ्य, जादू और यज्ञों से जोड़ा जाता है। उन्हें हिंदू धर्मग्रंथों में एक महत्वपूर्ण आदित्य के रूप में वर्णित किया गया है।