





अम्मावारु
Ammavaru
(Hindu goddess)
Summary
अम्मावरु: सृष्टि की माँ
अम्मावरु हिन्दू धर्म में एक आदिम देवी हैं, जो सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती का संयुक्त रूप हैं। "अम्मा" का तेलुगु भाषा में अर्थ "माँ" होता है। यह माना जाता है कि समय के आरंभ से पहले भी उनका अस्तित्व था।
अम्मावरु ने एक अंडा दिया था जिसमें ब्रह्मा, विष्णु और शिव पहले से ही विद्यमान थे और अंडे से बाहर निकलने पर उनका जन्म हुआ।
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में धर्मस्थल मंदिर में अम्मावरु का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यहाँ उनकी पूजा शिव के रूप मंजुनाथ और जैन धर्म के तीर्थंकर चंद्रप्रभु के साथ की जाती है।
अम्मावरु की पूजा करने वाले लोग साल में एक बार एक विशेष अनुष्ठान करते हैं। इस अनुष्ठान में, देवी के शरीर का प्रतीक एक चावल से भरे धातु के बर्तन को पारंपरिक साड़ी पहनाई जाती है। बर्तन के मुख पर एक चित्रित नारियल रखा जाता है जो देवी के सिर का प्रतीक होता है। देवी की आंखें, कान और नाक बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरणों का उपयोग किया जाता है।
अतिरिक्त जानकारी:
- अम्मावरु का यह रूप दक्षिण भारत में विशेष रूप से प्रचलित है।
- यह मान्यता है कि अम्मावरु अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।
- धर्मस्थल मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु अम्मावरु के दर्शन के लिए आते हैं।