





धन्वंतरि
Dhanvantari
(Physician of the devas in Hinduism)
Summary
The provided text is about Dhanvantari, the Hindu god of medicine. Here is a detailed explanation in Hindi:
धन्वंतरि: आयुर्वेद के देवता
"धन्वंतरि" शब्द का अर्थ होता है "वक्र रेखा में घूमने वाला"। हिंदू धर्म में धन्वंतरि को देवताओं के वैद्य के रूप में पूजा जाता है। उन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। पुराणों में उनका उल्लेख आयुर्वेद के देवता के रूप में किया गया है।
पृथ्वी पर अवतार:
ऐसा माना जाता है कि धन्वंतरि ने पृथ्वी पर काशी (वर्तमान वाराणसी) के राजा के रूप में जन्म लिया था। विष्णु पुराण के अनुसार, धन्वंतरि काशी के पौराणिक राजा, दिवोदास के परदादा थे।
महत्व:
धन्वंतरि को आयुर्वेद का जनक माना जाता है। वे चिकित्सा विज्ञान के ज्ञाता थे और उन्होंने मानवता को रोगों से मुक्ति दिलाने के लिए आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार किया। धन्वंतरि जयंती के दिन उनकी पूजा की जाती है और लोग अच्छे स्वाथ्य की कामना करते हैं।
प्रतीक:
धन्वंतरि को प्रायः चार भुजाओं वाले देवता के रूप में चित्रित किया जाता है। उनके हाथों में क्रमशः शंख, चक्र, जलूका (जोंक) और अमृत कलश होते हैं।
- शंख: दिव्य ध्वनि का प्रतीक जो रोगों को दूर करता है।
- चक्र: जीवन चक्र और समय का प्रतीक।
- जलूका: रक्त शुद्धि का प्रतीक जो रोगों को दूर करता है।
- अमृत कलश: अमरता और स्वास्थ्य का प्रतीक।
धन्वंतरि की पूजा हमें स्वास्थ्य के महत्व और रोगों से बचाव के उपायों की याद दिलाती है।