





निरृति
Nirṛti
(Hindu deity)
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निर्ऋति: मृत्यु, क्षय और दुःख की देवी
निर्ऋति, जिसे कभी-कभी निर्रुति या निर्रिति भी लिखा जाता है, हिंदू धर्म में मृत्यु, क्षय और दुःख का प्रतीक देवी हैं।
प्रारंभिक हिंदू ग्रंथों में:
- निर्ऋति को एक देवी के रूप में वर्णित किया गया है जो मृतकों के लोक में निवास करती हैं।
- वे मृत्यु, दुर्भाग्य और विनाश से जुड़ी हुई हैं।
बाद के हिंदू धर्म में:
- निर्ऋति को एक पुरुष देवता के रूप में भी पूजा जाता है।
- उन्हें निऋत भी कहा जाता है।
- वे दिक्पालों में से एक हैं, जो दक्षिण-पश्चिम दिशा के संरक्षक देवता हैं।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:
- "निर्ऋति" शब्द संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ है "नष्ट होना" या "गायब हो जाना"।
- कहा जाता है कि निर्ऋति के पास अलौकिक शक्तियाँ हैं और वे अपने भक्तों को बुरी नजर और दुर्भाग्य से बचाते हैं।
निष्कर्ष:
निर्ऋति हिंदू धर्म में एक जटिल देवता हैं जिनका महत्व समय के साथ विकसित हुआ है। वे जीवन के अंधेरे पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन साथ ही वे अपने भक्तों के लिए रक्षक भी हैं।
Nirṛti sometimes spelled Nirruti or Nirriti, is a Hindu deity, personifying death, decay, and sorrow. In early Hindu scriptures, Nirṛti is a goddess who is lives in the kingdom of the dead. In later Hinduism, Nirṛti and Nirṛta is also a male god, who is regarded as a dikapala of the southwest.