बुधि पल्लिएन

Budhi Pallien

()

Summary
Info
Image
Detail

Summary

बुढ़ी पल्लीन: जंगलों की रक्षक देवी

हिंदू धर्म में, बुढ़ी पल्लीन (उच्चारण: बू-ढ़ी पल-लीन) जंगलों और वन प्रदेशों की एक शक्तिशाली और भयानक देवी हैं। उनका मुख्य निवास स्थान उत्तरी भारत, खासकर असम माना जाता है। देवी बुढ़ी पल्लीन एक बाघिन का रूप धारण करके विचरण करती हैं।

यह एक रूप बदलने वाली देवी हैं, जो मानव और बाघिन के रूप में आ-जा सकती हैं। अक्सर उन्हें एक साथी बाघ के साथ देखा जाता है, जिसके साथ वे जंगली जानवरों की रक्षा करती हैं। देवी बुढ़ी पल्लीन को जानवरों से बात करने की क्षमता प्राप्त है, जिससे वे जंगल के प्राणियों की रक्षक और संरक्षक के रूप में पूजी जाती हैं।

अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:

  • "बुढ़ी" शब्द का अर्थ यहाँ वृद्धा नहीं, बल्कि "बुद्धिमान" या "ज्ञानवान" है।
  • "पल्लीन" शब्द का अर्थ "रक्षक" या "पालनहार" होता है।
  • देवी बुढ़ी पल्लीन को प्रकृति की शक्ति और जंगल के संतुलन का प्रतीक माना जाता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि देवी बुढ़ी पल्लीन के बारे में अधिकांश जानकारी मौखिक परंपराओं और स्थानीय मान्यताओं से प्राप्त होती है, और इस विषय पर बहुत कम लिखित सामग्री उपलब्ध है।


In Hinduism, Budhi Pallien is a fearsome goddess of forests and jungles, who roams northern India, particularly Assam, in the form of a tiger. This wise goddess can change shape, from human to feline form and often travels with a companion tiger as she protects animals, with which she communicates.



...
...
...
...
...
An unhandled error has occurred. Reload 🗙