





चामुंडा
Chamunda
(Hindu goddess)
Summary
चामुंडा देवी: विस्तृत विवरण (हिंदी में)
चामुंडा (संस्कृत: चामुण्डा), जिन्हें चामुंडेश्वरी, चामुंडी या चरचिका भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में आदिशक्ति देवी के उग्र रूप, चंडी का एक भयानक रूप हैं। ये सप्त मातृकाओं में से एक हैं।
माँ चामुंडा योगिनियों में भी प्रमुख हैं। योगिनियाँ चौंसठ या इक्यासी तांत्रिक देवियों का एक समूह है, जो स्वयं माँ पार्वती की सेविकाएँ हैं। चामुंडा नाम, चंड और मुंड नामक दो राक्षसों के नामों को मिलाकर बना है, जिन्हें चामुंडा ने मार डाला था। इनका घनिष्ठ संबंध माँ पार्वती के एक अन्य उग्र रूप, माँ काली से भी है। उन्हें देवी पार्वती, काली या दुर्गा के साथ भी जोड़ा जाता है।
देवी चामुंडा को अक्सर श्मशान घाट में या पीपल जैसे पवित्र वृक्षों के पास निवास करने के रूप में चित्रित किया जाता है। देवी की पूजा पशु बलि के साथ-साथ मदिरा के अर्पण से की जाती है। हालांकि, वैष्णव प्रभाव के कारण पशु बलि की प्रथा अब कम प्रचलित हो गई है।
कुछ अतिरिक्त बिंदु:
- चामुंडा देवी को रोगों से रक्षा करने वाली और शत्रुओं का नाश करने वाली देवी माना जाता है।
- उन्हें अक्सर अस्थि-माला, खप्पर और शेर या बाघ की खाल धारण किए हुए दिखाया जाता है।
- नवरात्रि के दौरान, माँ चामुंडा की पूजा का विशेष महत्व है।
- हिमाचल प्रदेश में चामुंडा देवी को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है।