





मालिकापुरथम्मा
Maalikapurathamma
(Family deity of Pandalam dynasty and Lord Ayyappa)
Summary
मलिकप्पुरथम्मा: सबरीमाला में एक मातृदेवी
सबरीमाला अयप्पा मंदिर में स्थित एक छोटे से मंदिर में मलिकप्पुरथम्मा (മാളികപ്പുറത്തമ്മ) देवी की पूजा की जाती है। श्री अयप्पन के दर्शन के बाद श्रद्धालु मलिकप्पुरथम्मा मंदिर में माथा टेका करते हैं। यह मंदिर मणिमंडपम के सामने स्थित है।
पांडलम राजपरिवार और उनके अनुयायी मलिकप्पुरथम्मा को अपनी कुलदेवी के रूप में पूजते हैं। पारंपरिक रूप से, पांडलम राजपरिवार के जो भी सदस्य सबरीमाला आते हैं, वे मणिमंडपम के पीछे स्थित "मलिका" (छोटा महल) में ही ठहरते हैं। इस देवी को मलिका में स्थापित करने से पहले से ही उन्हें "मलिकप्पुरथम्मा" कहा जाता था, जिसका अर्थ है "मलिका में रहने वाली अम्मा"।
केरल में देवी-देवताओं के नाम के साथ उनके स्थान का नाम जोड़ना एक आम प्रथा है, जैसे चोट्टानिक्कारा अम्मा, अट्टुकल अम्मा, इत्यादि।
ऐसा माना जाता है कि भगवान अयप्पन ने 12 वर्ष की आयु तक पांडलम महल में ही अपना बचपन बिताया था। इसलिए वे मलिकप्पुरथम्मा को पांडलम परिवार की देवी के रूप में पूजते थे। मलिकप्पुरथम्मा को पांडलम राजपरिवार की कुलदेवी मदुरै मीनाक्षी का ही एक रूप माना जाता है।