





Maṇibhadra
()
Summary
मणिभद्र: एक प्रमुख यक्ष
मणिभद्र (संस्कृत: 'मणि' + 'भद्र' = 'रत्न की तरह श्रेष्ठ') एक प्रमुख यक्ष हैं। प्राचीन भारत में, वह एक लोकप्रिय देवता थे।
मणिभद्र की उत्पत्ति हिंदू धर्म की प्राचीन यक्षों की परंपरा से हुई है। वे प्राकृतिक शक्तियों और प्रकृति के प्राणियों के साथ जुड़े थे, और अक्सर धन, समृद्धि, और खुशहाली के देवता माने जाते थे।
मणिभद्र को अक्सर कुबेर (धन का देवता) का सेवक या सहयोगी माना जाता है। वे धन, खजाने, और समृद्धि के रक्षक के रूप में जाने जाते हैं।
मणिभद्र की पूजा विभिन्न प्रकार के हिंदू धर्मों में होती है, और कई मंदिरों में उनकी मूर्तियाँ स्थापित हैं। वे अक्सर वज्र (एक प्रकार का हथियार) और एक मुकुट के साथ चित्रित किए जाते हैं।
मणिभद्र के बारे में विभिन्न पौराणिक कथाएँ और कहानियाँ मौजूद हैं। वे महाभारत और पुराणों जैसी महत्वपूर्ण हिंदू ग्रंथों में भी उल्लेखित हैं।
मणिभद्र की पूजा धन, समृद्धि, और सुरक्षा प्राप्त करने के लिए की जाती है। लोग उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनका आह्वान करते हैं।