





हरिहर
Harihara
(Fused Hindu deity of Vishnu (Hari) and Shiva (Hara))
Summary
हरिहर: विष्णु और शिव का अद्वितीय रूप
हरिहर (संस्कृत: हरिहर) हिंदू देवता विष्णु (हरि) और शिव (हर) का संयुक्त रूप हैं। इन्हें शंकरनारायण ("शंकर" शिव हैं और "नारायण" विष्णु) के नाम से भी जाना जाता है।
हरिहर शब्द का प्रयोग एक दार्शनिक अवधारणा के रूप में भी किया जाता है, जो विष्णु और शिव को ब्रह्म नामक एक ही परम सत्य के अलग-अलग पहलुओं के रूप में दर्शाता है। विभिन्न देवताओं को एक ही तत्व के रूप में और "सभी अस्तित्व की एकता" की इस अवधारणा को अद्वैत वेदांत दर्शन के ग्रंथों में हरिहर के रूप में वर्णित किया गया है।
हरिहर की कुछ प्राचीनतम मूर्तियाँ, जिनमें आधी छवि विष्णु और आधी शिव की है, भारत के प्राचीन गुफा मंदिरों में पाई जाती हैं, जैसे की छठी शताब्दी के बादामी गुफा मंदिरों की गुफा 1 और गुफा 3।
विवरण:
- नाम: हरिहर, शंकरनारायण
- प्रतिनिधित्व: विष्णु (हरि) और शिव (हर) का संयुक्त रूप
- दार्शनिक महत्व: अद्वैत वेदांत में ब्रह्म की एकता का प्रतीक
- प्राचीनतम मूर्तियाँ: बादामी गुफा मंदिरों (छठी शताब्दी)
अतिरिक्त जानकारी:
हरिहर की पूजा भक्ति और ज्ञान मार्ग दोनों का एक अद्भुत संगम है। यह द्वैत और अद्वैत के बीच सामंजस्य का प्रतीक है। यह रूप हमें याद दिलाता है कि सभी देवी-देवता एक ही परम सत्य के अलग-अलग रूप हैं।