





सोमलम्मा
Somalamma
(Hindu Devi that protects Soma)
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सोमलम्मा : सोम रस की देवी
सोमलम्मा, जिन्हें सोमनालम्मा और सोमनयाकी अम्मा भी कहा जाता है, एक हिंदू देवी हैं। "सोम" शब्द का अर्थ है "अमृत" या "जीवन रस", और सोमलम्मा इस अमृत की रक्षक और दाता हैं।
सोमलम्मा का महत्व:
- आरोग्य की देवी: माना जाता है कि सोमलम्मा अपने भक्तों को स्वास्थ्य और शक्ति प्रदान करती हैं। वे बीमारियों को दूर भगाती हैं और शरीर को निरोग रखती हैं।
- मानसिक शांति: सोम रस को मन को शांत करने वाला भी माना जाता है। सोमलम्मा अपने भक्तों को मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करती हैं, जिससे उन्हें चिंता, भय और तनाव से मुक्ति मिलती है।
- समृद्धि और कल्याण: सोमलम्मा को खुशहाली और समृद्धि की देवी भी माना जाता है। उनकी पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और बाधाएँ दूर होती हैं।
सोमलम्मा की पूजा:
- सोमलम्मा की पूजा मुख्यतः दक्षिण भारत में प्रचलित है।
- उन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत रखते हैं, भजन गाते हैं और सोम रस का प्रसाद चढ़ाते हैं।
- सोमलम्मा के मंदिरों में अक्सर औषधीय गुणों वाले पौधे और जड़ी-बूटियाँ भी अर्पित की जाती हैं।
निष्कर्ष:
सोमलम्मा एक महत्वपूर्ण देवी हैं जो जीवन रस, आरोग्य और कल्याण का प्रतीक हैं। उनकी पूजा भक्तों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में सहायक मानी जाती है।
Somalamma, also called Somanalamma and Somanayaki Amma, is a Hindu devi (goddess) who protects soma and gives soma to her devotees to relieve their health and mental symptoms.