





मोहिनी
Mohini
(Hindu goddess of enchantment, the only female avatar of Vishnu)
Summary
मोहिनी: माया और मोह की देवी
मोहिनी (संस्कृत: मोहिनी, Mohinī) हिन्दू धर्म की एक अत्यंत महत्वपूर्ण और रहस्यमयी देवी हैं। वे भगवान विष्णु का एकमात्र स्त्री अवतार हैं, जिन्हें 'मोहक' या 'मायावी' के रूप में जाना जाता है। अपनी अद्भुत सुंदरता और आकर्षण से वे देवताओं और असुरों दोनों को मोहित करने और उनका नियंत्रण अपने हाथ में लेने में सक्षम हैं। कभी-कभी यह मोह उनके लिए विनाश का कारण भी बनता है।
मोहिनी का पहला उल्लेख महाभारत के ग्रंथ में मिलता है। महाभारत के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान, देवताओं और असुरों के बीच अमृत (अमरत्व का रस) के बंटवारे के समय, विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया था। अपनी अलौकिक सुंदरता से उन्होंने असुरों को मोहित कर अमृत का अधिकांश भाग देवताओं को दे दिया, जिससे देवता अमर हो गए और असुरों को परास्त किया। यह घटना मोहिनी की चातुर्य और कूटनीति का एक शानदार उदाहरण है।
मोहिनी के विभिन्न किस्से और कथाएँ उनकी कई लीलाओं और विवाहों का वर्णन करती हैं, जिनमें भगवान शिव से उनका विवाह भी शामिल है। इन कथाओं में भगवान शास्त्ता के जन्म और भस्मासुर नामक राक्षस का विनाश जैसी महत्वपूर्ण घटनाएँ शामिल हैं। मोहिनी का मुख्य तरीका है धोखा या छल, जिससे वे अपने शत्रुओं को परास्त करती हैं।
मोहिनी पूरे भारत में पूजित हैं, लेकिन पश्चिमी भारत में उनकी पूजा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यहाँ महालसा के रूप में, जो खंडोबा (शिव का एक क्षेत्रीय अवतार) की पत्नी हैं, उनके मंदिर स्थापित हैं और उन्हें बड़े ही श्रद्धापूर्वक पूजा जाता है। उनकी पूजा के माध्यम से लोग सुंदरता, चातुर्य, और माया के साथ-साथ संकटों से सुरक्षा की कामना करते हैं। मोहिनी के चरित्र में शक्ति और कौशल का आश्चर्यजनक सम्मिश्रण है जो उन्हें हिन्दू धर्म में एक अनूठा स्थान देता है।