नर-नारायण

Nara-Narayana

(Hindu divine sages)

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दी गई जानकारी में विकिपीडिया सामग्री मौजूद नहीं है। फिर भी, मैं आपको "नर नारायण" के बारे में हिंदी में विस्तृत जानकारी प्रदान कर सकता हूँ:

नर नारायण

हिन्दू धर्म में, नर-नारायण ऋषि भाइयों की एक दिव्य जोड़ी है। उन्हें भगवान विष्णु के आंशिक अवतार (अंशावतार) माना जाता है जो धरती पर धर्म और अहिंसा के पुत्र के रूप में प्रकट हुए थे।

महाभारत में, अर्जुन को नर और भगवान कृष्ण को नारायण के रूप में दर्शाया गया है। नर-नारायण की कथा भागवत पुराण में भी वर्णित है।

ऐसी मान्यता है कि नर-नारायण बद्रीनाथ में निवास करते हैं, जहाँ उनका एक प्रसिद्ध मंदिर स्थित है।

नर-नारायण का महत्व:

  • धर्म और मोक्ष का प्रतीक: नर-नारायण धर्म और मोक्ष के मार्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। नर (मनुष्य) को नारायण (ईश्वर) की प्राप्ति के लिए साधना और भक्ति का मार्ग अपनाना चाहिए।
  • भक्ति और ज्ञान का संगम: नर अर्जुन भक्ति का प्रतीक हैं, जबकि नारायण कृष्ण ज्ञान का प्रतीक हैं। यह जोड़ी भक्ति और ज्ञान के समन्वय के महत्व को दर्शाती है।
  • आध्यात्मिक शक्ति: नर-नारायण को असाधारण शक्ति और तपस्या के लिए जाना जाता है। उनकी कथा मनुष्य को आध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रेरित करती है।

निष्कर्ष:

नर-नारायण हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। वे भक्ति, ज्ञान, धर्म और मोक्ष के आदर्शों का प्रतिनिधित्व करते हैं।


Naranarayana, also rendered Nara-Narayana, is a Hindu duo of sage-brothers. Generally regarded to be the partial-incarnation (aṃśa-avatara) of the preserver deity, Vishnu, on earth, Nara-Narayana are described to be the sons of Dharma and Ahimsa.



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