





प्रत्यङ्गिरा
Pratyangira
(Consort of Sharabha)
Summary
प्रत्यांगिरा: एक शक्तिशाली देवी (Pratyangira: A Powerful Goddess)
प्रत्यांगिरा एक हिंदू देवी हैं जो शक्तिवाद से जुड़ी हैं। उन्हें शरभ की पत्नी और शक्ति माना जाता है। त्रिपुरा रहस्य के अनुसार, वे त्रिपुरा सुंदरी के क्रोध का शुद्ध रूप हैं। वेदों में, प्रत्यांगिरा को अथर्ववेद और जादुई मंत्रों की देवी, अथर्वण भद्रकाली के रूप में दर्शाया गया है।
विभिन्न नाम (Different Names):
प्रत्यांगिरा को कई नामों से जाना जाता है, जिनमें शामिल हैं:
- अथर्वण भद्रकाली (Atharvana Bhadrakali): अथर्ववेद और जादुई शक्तियों की देवी
- सिंहमुखी (Simhamukhi): सिंह के चेहरे वाली
- निकुम्बला (Nikumbala): यह नाम उनके उग्र और भयानक रूप का प्रतीक है
शक्ति और क्रोध का रूप (Embodiment of Power and Wrath):
प्रत्यांगिरा को शक्ति और क्रोध के अवतार के रूप में पूजा जाता है। उन्हें बुरी शक्तियों, काले जादू और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करने वाली देवी माना जाता है।
शरभ की पत्नी (Consort of Sharabha):
शरभ, भगवान शिव का एक उग्र और शक्तिशाली रूप है जो आधे शेर और आधे पक्षी के रूप में चित्रित किया जाता है। प्रत्यांगिरा को शरभ की शक्ति और ऊर्जा का स्त्री रूप माना जाता है।
सप्तमात्रिका से संबंध (Connection to Saptamatrika):
हालांकि प्रत्यांगिरा को सीधे सप्तमात्रिका (सात माताओं) में शामिल नहीं किया गया है, लेकिन कुछ मान्यताओं के अनुसार, नरसिम्ही, जो सप्तमात्रिका का हिस्सा हैं, प्रत्यांगिरा का ही एक रूप मानी जाती हैं।
पूजा और महत्व (Worship and Significance):
प्रत्यांगिरा की पूजा मुख्य रूप से दक्षिण भारत में प्रचलित है। भक्त बुरी शक्तियों से सुरक्षा, बाधाओं को दूर करने और शक्ति प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा करते हैं।
संक्षेप में (In short):
प्रत्यांगिरा एक शक्तिशाली और उग्र देवी हैं जो बुरी शक्तियों से रक्षा करती हैं और अपने भक्तों को शक्ति प्रदान करती हैं।