





सरस्वती
Saraswati
(Principal Hindu goddess, goddess of knowledge, music, and speech)
Summary
सरस्वती देवी : ज्ञान, कला और संगीत की देवी (हिंदी में विस्तृत विवरण)
सरस्वती, जिन्हें "वाणी" के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में ज्ञान, संगीत, कला, वाणी, बुद्धि और शिक्षा की देवी हैं। वह धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी और शक्ति की देवी पार्वती के साथ मिलकर त्रिदेवी का निर्माण करती हैं। सरस्वती एक अखिल भारतीय देवी हैं जिनकी पूजा जैन धर्म और बौद्ध धर्म में भी की जाती है।
सबसे पहले ऋग्वेद में सरस्वती का उल्लेख एक देवी के रूप में मिलता है। वैदिक काल से लेकर आधुनिक काल तक वह एक महत्वपूर्ण देवी बनी हुई हैं। उन्हें आम तौर पर चार भुजाओं वाली और सफेद वस्त्र धारण किए हुए दिखाया जाता है। उनके चार हाथों में चार प्रतीक होते हैं: एक पुस्तक (ज्ञान का प्रतीक), एक माला (आध्यात्मिकता का प्रतीक), एक कमंडल (पवित्रता और रचनात्मकता का प्रतीक), और एक वीणा (कला और संगीत का प्रतीक)।
वसंत पंचमी का त्यौहार (वसंत का पाँचवा दिन), जिसे सरस्वती पूजा और सरस्वती जयंती के रूप में भी जाना जाता है, उनके सम्मान में भारत के कई क्षेत्रों में मनाया जाता है। परंपरागत रूप से, इस दिन छोटे बच्चों को अक्षर लिखना सिखाया जाता है और ज्ञान प्राप्ति के लिए देवी सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है।
बौद्ध धर्म में, सरस्वती को बेनजाइतेन (जापानी: 弁才天, "वाक्पटुता प्रतिभा देवी") सहित कई रूपों में पूजा जाता है।