





शरभ
Sharabha
(Part-lion and part-bird deity in Hinduism)
Summary
शरभ: हिन्दू धर्म का एक शक्तिशाली देवता
शरभ (संस्कृत: शरभ), जिसे सरभ भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में एक आठ पैरों वाला आधा शेर और आधा पक्षी देवता है। संस्कृत साहित्य में इसे शेर या हाथी से भी अधिक शक्तिशाली बताया गया है, जो एक छलांग में पूरी घाटी पार कर सकता है। बाद के साहित्य में, शरभ को आठ पैरों वाले हिरण के रूप में वर्णित किया गया है।
शैव धर्मग्रंथों में वर्णन मिलता है कि भगवान शिव ने नरसिंह को शांत करने के लिए शरभ का रूप धारण किया था। नरसिंह विष्णु जी का एक उग्र मानव-सिंह अवतार है, जिसकी पूजा वैष्णव संप्रदाय द्वारा की जाती है। शिव जी के इस रूप को शरभेश्वर ("भगवान शरभ") या शरभेश्वरमूर्ति के रूप में जाना जाता है।
वैष्णव शिव-शरभ द्वारा नरसिंह के नष्ट होने के चित्रण का खंडन करते हैं और शरभ को विष्णु का ही एक नाम मानते हैं। कुछ वैष्णव ग्रंथों जैसे नरसिंह पुराण में बताया गया है कि विष्णु ने गंडभेरुंड नामक एक उग्र दो सिरों वाले पक्षी का रूप धारण किया, जिसने शरभ को पराजित किया था।
बौद्ध धर्म में, शरभ जातक कथाओं में बुद्ध के पूर्व जन्म के रूप में प्रकट होता है। यह तिब्बती बौद्ध कला में भी दिखाई देता है, जो प्रयास की पूर्णता का प्रतीक है। शक्ति और महिमा के प्रतीक के रूप में, शरभ कई प्रतीकों में प्रकट हुए हैं।
अतिरिक्त जानकारी:
- शरभ का वर्णन अलग-अलग ग्रंथों में भिन्न-भिन्न है। कहीं यह आठ पैरों वाला है तो कहीं इसके पंख भी हैं।
- शरभ और नरसिंह की कथा शैव और वैष्णव संप्रदायों के बीच एक महत्वपूर्ण मतभेद को दर्शाती है।
- शरभ को अक्सर शक्ति, वीरता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है.