





गोगाजी
Gogaji
(Indian folk deity)
Summary
गोगाजी - सांपों के देवता
गोगाजी, जिन्हें गोगाजी जहरवीर महाराज के नाम से भी जाना जाता है, उत्तरी भारत के लोकप्रिय हिंदू देवता हैं। वे भारत के उत्तरी राज्यों में विशेष रूप से राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब क्षेत्र, उत्तर प्रदेश, जम्मू और गुजरात में पूजनीय हैं। वे इस क्षेत्र के एक योद्धा-नायक हैं, जिन्हें संत और सांप के काटने से रक्षा करने वाले के रूप में सम्मानित किया जाता है। हालांकि राजस्थान के लोककथाओं में उनका उल्लेख है, लेकिन गूग्गा के बारे में बहुत कम ऐतिहासिक जानकारी है, सिवाय इसके कि उन्होंने दादरेवा के छोटे से राज्य (वर्तमान में राजस्थान) पर शासन किया था और पृथ्वीराज चौहान के समकालीन थे।
गोगाजी की कहानी:
कहा जाता है कि गोगाजी एक राजपूत राजकुमार थे, जो सांपों के काटने से लोगों को बचाते थे। उनके पिता, जो एक राजा थे, ने उनसे शादी करने का आग्रह किया, लेकिन गोगाजी ने सांपों के साथ रहने का फैसला किया। उन्होंने अपनी शक्ति का उपयोग लोगों की रक्षा करने के लिए किया और अंततः सांपों के देवता के रूप में पूजे जाने लगे।
गोगाजी की पूजा:
गोगाजी की पूजा मुख्य रूप से सर्प दंश से बचाव के लिए की जाती है। उनके मंदिर पूरे उत्तरी भारत में पाए जाते हैं और उनका त्योहार, गोगाजी जयंती, श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) में मनाया जाता है। इस त्योहार में पूरे देश से लोग भाग लेते हैं और गोगाजी की पूजा करते हैं।
गोगाजी की लोकप्रियता:
गोगाजी की लोकप्रियता उनके द्वारा लोगों के प्रति दिखाई गई दया और सांपों के प्रति उनकी प्रेम के कारण है। उन्हें एक शक्तिशाली देवता के रूप में माना जाता है जो लोगों को मुसीबतों से बचाते हैं। उनकी पूजा आज भी उत्तरी भारत में व्यापक रूप से की जाती है और उनके अनुयायी उनकी दया और शक्ति में विश्वास रखते हैं।