





ज्येष्ठा (देवी)
Jyestha (goddess)
(Hindu goddess of misfortune)
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ज्येष्ठा: दुर्भाग्य की देवी
ज्येष्ठा, जिसका अर्थ है "सबसे बड़ी" या "ज्येष्ठ", एक हिन्दू देवी हैं जिन्हें प्रतिकूलता और दुर्भाग्य से जोड़ा जाता है। उन्हें लक्ष्मी, जो समृद्धि और शुभता की देवी हैं, की बड़ी बहन और विपरीत माना जाता है। दक्षिण भारत में उन्हें आमतौर पर "मूदेवी" कहा जाता है।
ज्येष्ठा का संबंध:
- अशुभ स्थानों और पापियों से है।
- आलस्य, दरिद्रता, दुःख, कुरूपता से भी उनका संबंध है।
- अक्सर उन्हें कौए के साथ चित्रित किया जाता है, जो अशुभता का प्रतीक है।
- कभी-कभी उनकी पहचान अलक्ष्मी से की जाती है, जो दुर्भाग्य की एक और देवी हैं।
ज्येष्ठा की पूजा:
- प्राचीन काल में महिलाएं ज्येष्ठा की पूजा करती थीं ताकि उन्हें अपने घरों से दूर रखा जा सके।
- वे ज्येष्ठा को प्रसन्न करके उनसे प्रार्थना करती थीं कि वे उनके घर और परिवार पर कोई कष्ट न आने दें।
ज्येष्ठा का इतिहास:
- ज्येष्ठा का उल्लेख 300 ईसा पूर्व से हिन्दू परंपरा में मिलता है।
- 7वीं-8वीं शताब्दी ईस्वी में दक्षिण भारत में उनकी पूजा अपने चरम पर थी।
- 10वीं शताब्दी तक, उनकी लोकप्रियता कम होने लगी और धीरे-धीरे लोग उन्हें भूलने लगे।
वर्तमान स्थिति:
- आज भी ज्येष्ठा की कई प्राचीन मूर्तियाँ मौजूद हैं, हालाँकि अब उनकी पूजा बहुत कम लोग करते हैं।
अतिरिक्त जानकारी:
- ज्येष्ठा की पूजा का उद्देश्य उन्हें प्रसन्न करके दुर्भाग्य से बचना होता था, न कि उन्हें नाराज़ करना।
- उनका अस्तित्व इस बात का प्रतीक है कि जीवन में सुख-दुःख दोनों ही महत्वपूर्ण हैं और दोनों को स्वीकार करना चाहिए।
Jyestha or Jyeshtha is the Hindu goddess of adversity and misfortune. She is regarded as the elder sister and antithesis of Lakshmi, the goddess of prosperity and auspiciousness. She is commonly referred to as Moodevi in South India.