





खेमुखी
Khemukhi
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Summary
खेमूखी: एक रहस्यमयी योगिनी
खेमूखी, 64 योगिनियों में से एक का नाम है। ये योगिनियाँ 9वीं से 13वीं शताब्दी के बीच एक गुप्त और गूढ़ महिला संप्रदाय का हिस्सा थीं। हिंदू धर्म में, योगिनी शब्द का अर्थ आमतौर पर एक महिला योगी से होता है, लेकिन 64 योगिनियों का अर्थ है, हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा करने वाला एक तांत्रिक और गुप्त महिला संप्रदाय।
खेमूखी देवी की एक टूटी हुई मूर्ति भारत में जबलपुर जिले के भेड़ाघाट स्थित 64 योगिनी मंदिर में पायी जाती है। माना जाता है कि उनका नाम 'खे' - 'आकाश में' और 'मुखी' - 'मुंह किया हुआ' से लिया गया है, जिसका अर्थ हुआ "आकाश की ओर मुख किए हुए"।
भेड़ाघाट के 64 योगिनी मंदिर में 64 से भी अधिक देवियाँ हैं, इसलिए संख्या 64 का संबंध हमेशा योगिनियों (देवियों) की वास्तविक संख्या से नहीं होता है, बल्कि यह संख्या 64 में व्यक्त एक धार्मिक रहस्यमय अर्थ को दर्शाती है।
64 योगिनियों (देवियों) के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है और यह कहना मुश्किल है कि उन्होंने क्या हासिल किया, क्योंकि यह संप्रदाय बाहरी लोगों के लिए अज्ञात 'संध्या भाषा' नामक संचार का एक रूप इस्तेमाल करता था। 64 योगिनियों का मानना था कि विभिन्न साधनाओं (काले जादू सहित) से वे असीम अलौकिक शक्तियाँ प्राप्त कर सकती हैं। उनके मंदिर छत रहित होते हैं। यह विशेष पहलू दर्शाता है कि अपनी धार्मिक मान्यताओं और सोच में वे रूढ़िवादी ब्राह्मणवादी रास्तों का पालन नहीं करते थे।