पर्णशावरी

Parnashavari

(Buddhist goddess of disease)

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पर्णशबरी: रोगों से रक्षा करने वाली देवी

पर्णशबरी (जिसे कभी-कभी परनसबरी भी लिखा जाता है) एक हिंदू देवी हैं जिन्हें बौद्ध धर्म में भी रोगों की देवी के रूप में अपनाया गया है। मान्यता है कि इनकी पूजा महामारियों से प्रभावी सुरक्षा प्रदान करती है।

हिंदू धर्म में:

  • ढाका में मिले पाल काल के कुछ चित्रों में पर्णशबरी को मुख्य देवी के रूप में दर्शाया गया है, जिनके साथ हिंदू देवता ज्वरसुर और शीतला भी हैं। ये दोनों देवता भी रोगों से संबंधित हैं।
  • भारत में, कुर्कीहार से प्राप्त 10वीं-12वीं शताब्दी ईस्वी की सात कांस्य प्रतिमाएँ पर्णशबरी की हैं।

बौद्ध धर्म में:

  • पर्णशबरी को माँ देवी तारा की एक परिचारिका के रूप में दर्शाया गया है।
  • कुछ लोगों का कहना है कि पर्णशबरी शब्द इस देवी को विंध्य क्षेत्र से जोड़ने का एक प्रयास है, क्योंकि सबर लोगों का इस क्षेत्र पर प्रभुत्व था।

विशेषताएँ:

  • पर्णशबरी को अक्सर हरे रंग की साड़ी पहने और अपने हाथों में औषधीय पत्तियाँ लिए हुए दिखाया जाता है।
  • उनका वाहन मोर है, जिसे अक्सर बीमारियों को दूर भगाने वाला माना जाता है।
  • लोग महामारियों और रोगों से बचाव के लिए पर्णशबरी की पूजा करते हैं।

निष्कर्ष:

पर्णशबरी एक महत्वपूर्ण देवी हैं जो हिंदू और बौद्ध दोनों धर्मों में पूजी जाती हैं। उनका संबंध रोगों से है और लोग स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए उनकी पूजा करते हैं।


Parnashavari, also spelt as Paranasavari (Paranasabari), is a Hindu deity adopted as Buddhist deity of diseases, worship of which is believed to offer effective protection against out-breaks of epidemics.



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