लक्ष्मी नारायण

Lakshmi Narayana

(Divine couple in Hinduism)

Summary
Info
Image
Detail

Summary

लक्ष्मी-नारायण: समृद्धि और पालनहार का अद्वितीय मिलन

लक्ष्मी-नारायण, हिंदू धर्म में भगवान विष्णु (जिन्हें नारायण भी कहा जाता है) और उनकी पत्नी लक्ष्मी का युग्म स्वरूप हैं। यह युग्म वैकुंठ में निवास करता है, जो कि उनके निवास स्थान का नाम है।

लक्ष्मी: समृद्धि और सौंदर्य की देवी लक्ष्मी को अक्सर भगवान विष्णु के बगल में खड़े हुए दर्शाया जाता है।

नारायण: भगवान विष्णु अपने हाथों में चार प्रतीक धारण करते हैं:

  • पांचजन्य: एक शंख जो दिव्य ध्वनि का प्रतीक है।
  • कौमोदकी: एक गदा जो शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक है।
  • पद्म: एक कमल जो पवित्रता और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक है।
  • सुदर्शन चक्र: एक चक्र जो धर्म की स्थापना और बुराई के विनाश का प्रतीक है।

लक्ष्मी-नारायण की एक और प्रसिद्ध छवि में, भगवान नारायण क्षीर सागर (दूध के सागर) में शेषनाग पर विश्राम करते हुए दिखाई देते हैं, जबकि लक्ष्मी उनकी सेवा में तत्पर रहती हैं।

इस युग्म स्वरूप का महत्व:

  • लक्ष्मी-नारायण का युग्म स्वरूप भौतिक और आध्यात्मिक समृद्धि के बीच सामंजस्य का प्रतीक है।
  • यह दर्शाता है कि जीवन में संतुलन और सामंजस्य कैसे प्राप्त करें।
  • यह युग्म प्रेम, निष्ठा और भक्ति का भी प्रतीक है।

लक्ष्मी-नारायण की पूजा भक्तों को सुख, समृद्धि और मोक्ष प्राप्ति का आशीर्वाद प्रदान करती है।


Lakshmi Narayana or Lakshmi Narayan is the dual representation of the Hindu deities Vishnu, also known as Narayana, and his consort, Lakshmi, traditionally featured in their abode, Vaikuntha. The goddess of prosperity and beauty, Lakshmi, is depicted as standing next to Vishnu, who holds the Panchajanya, Kaumodaki, Padma, and the Sudarshana Chakra. Another depiction of Lakshmi-Narayana portrays Lakshmi in the service of Narayana, who reclines on the cosmic serpent Shesha, floating in the Kshira Sagara, the Ocean of Milk.



...
...
...
...
...
An unhandled error has occurred. Reload 🗙