





चेलाम्मा
Chelamma
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Summary
चेलम्मा: दक्षिण कर्नाटक की बिच्छू देवी
चेलम्मा, दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में पूजी जाने वाली एक देवी हैं। उन्हें बिच्छू देवी के रूप में जाना जाता है और उनकी पूजा कोलारम्मा के साथ कोलार में की जाती है।
विश्वास: यह मान्यता है कि चेलम्मा की श्रद्धापूर्वक पूजा करने से व्यक्ति को बिच्छू के डंक से सुरक्षा प्राप्त होती है। उनके मंदिर में एक प्राचीन हुंडी है जो जमीन में गड़ी हुई है। पिछले 1,000 वर्षों से लोग इसमें भेंट या कनिके चढ़ाते आ रहे हैं और आज तक इसे किसी ने नहीं खोला है। किंवदंती है कि इस हुंडी में प्राचीन काल के सोने के सिक्के और कीमती रत्न मौजूद हैं।
नामकरण: चेलम्मा नाम में "अम्मा" प्रत्यय जुड़ा हुआ है, जो कि अधिकांश दक्षिण भारतीय देवियों के नामों में पाया जाता है। (देखें अम्मन)
विस्तार से:
- बिच्छू देवी: चेलम्मा को बिच्छू देवी माना जाता है। बिच्छू को अक्सर शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है।
- कोलारम्मा के साथ पूजा: चेलम्मा की पूजा कोलारम्मा के साथ की जाती है। कोलारम्मा, कोलार की ग्राम देवी हैं।
- प्राचीन हुंडी: चेलम्मा के मंदिर में स्थित प्राचीन हुंडी लोगों की आस्था का प्रतीक है। यह हुंडी सदियों से बंद है और माना जाता है कि इसमें अपार धन-दौलत छुपी हुई है।
- "अम्मा" प्रत्यय: दक्षिण भारत में देवियों के नामों के साथ "अम्मा" प्रत्यय का प्रयोग सम्मान और ममता दर्शाता है।
चेलम्मा की पूजा दक्षिण कर्नाटक के लोगों के लिए उनकी संस्कृति और आस्था का एक अभिन्न अंग है।