





योगिनी
Yogini
(Female practitioner of yoga)
Summary
योगिनी: तंत्र और योग की महिला आचार्य
"योगिनी" (Sanskrit: योगिनी, IAST: yoginī) शब्द तंत्र और योग की महिला आचार्य के लिए प्रयोग किया जाता है। यह शब्द भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण-पूर्व एशिया और तिब्बत में महिला हिंदू या बौद्ध आध्यात्मिक गुरुओं के लिए सम्मान का एक औपचारिक शब्द भी है। यह शब्द "योगी" का स्त्रीलिंग रूप है, जबकि "योगिन" (IPA: [ˈjoːɡɪn]) शब्द लिंग-निरपेक्ष, पुरुष या स्त्री, सभी के लिए प्रयोग किया जाता है।
कुछ संदर्भों में, योगिनी को पवित्र स्त्री शक्ति का अवतार माना जाता है, जो पार्वती के रूप में प्रकट होती है। भारत के योगिनी मंदिरों में इनकी पूजा की जाती है। ये मंदिर अक्सर 64 योगिनियों के समूह को समर्पित होते हैं और उनके नाम पर ही रखे जाते हैं, लेकिन कुछ मंदिरों में 42 या 81 योगिनियों की पूजा भी की जाती है। 64 योगिनियों के नाम अलग-अलग वर्गीकरणों में भिन्न-भिन्न होते हैं।
विवरण:
- योगिनी शब्द "योग" से उत्पन्न होता है, जिसका अर्थ है "जोड़ना" या "एकजुट होना"।
- योगिनी एक महिला होती है जिसने योग और तंत्र के माध्यम से उच्च आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया है।
- वे न केवल धार्मिक गुरु होती हैं, बल्कि शिक्षिका, उपदेशिका और मार्गदर्शिका भी होती हैं।
- योगिनी की पूजा विभिन्न देवी रूपों में की जाती है, जैसे पार्वती, दुर्गा, काली, आदि।
- योगिनी मंदिरों में विभिन्न प्रकार की कलाकृतियाँ, मूर्तियाँ और चित्र मौजूद होते हैं, जो उनकी शक्ति और महिमा को दर्शाते हैं।
- 64 योगिनियों को अक्सर 64 कलाओं और विज्ञानों की प्रतिनिधि माना जाता है।
संक्षेप में, योगिनी तंत्र और योग के क्षेत्र में महिलाओं की आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक हैं। वे न केवल देवी रूप हैं, बल्कि ज्ञान, शक्ति और मुक्ति की मार्गदर्शिका भी हैं।