





नल्लूर कंडास्वामी मंदिर
Nallur Kandaswamy temple
(Hindu temple in Nallur, Sri Lanka)
Summary
नल्लूर कंदस्वामी कोविल: श्रीलंका में हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र
नल्लूर कंदस्वामी कोविल (तमिल: நல்லூர் கந்தசுவாமி கோவில் सिंहला: නල්ලුරුව ස්කන්ධ කුමාර කෝවිල) श्रीलंका के उत्तरी प्रांत में नल्लूर में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान मुरुगन (कार्तिकेय) को समर्पित है, जिन्हें यहां वेल् (भाला) के रूप में पूजा जाता है। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में भगवान मुरुगन का वेल् रूप स्थापित है, जबकि अन्य उप-मंदिरों में उन्हें शण्मुगर, मुथुकुमारस्वामी, वल्ली कंथर (वल्ली और देवयानई के साथ), और दंडायुद्धपानी (बिना पत्नियों के) के रूप में पूजा जाता है।
मंदिर का इतिहास:
नल्लूर कंदस्वामी कोविल का इतिहास कई शताब्दियों पुराना है। मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में हुआ था, लेकिन इसके मूल की नींव 10वीं शताब्दी तक जाती है। मंदिर को कई बार नष्ट और फिर से बनाया गया है, लेकिन हर बार यह अपनी पूर्व महिमा में पुनर्जीवित हुआ है।
मंदिर की वास्तुकला:
नल्लूर कंदस्वामी कोविल की वास्तुकला द्रविड़ शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर में ऊंचे गोपुरम (टावर्स), नक्काशीदार स्तंभ, और रंग-बिरंगे चित्र हैं। मंदिर के आंगन में कई छोटे मंदिर हैं, जिनमें विष्णु, शिव, और गणेश जैसे देवताओं को समर्पित मंदिर शामिल हैं।
मंदिर का महत्व:
नल्लूर कंदस्वामी कोविल श्रीलंका में सबसे महत्वपूर्ण हिंदू मंदिरों में से एक है। यह मंदिर न केवल अपने धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि अपने सांस्कृतिक महत्व के लिए भी जाना जाता है। मंदिर में हिंदू त्यौहारों जैसे महा शिवरात्रि, दीपावली, और थैपोसंग्राम जैसे त्यौहार बड़े उत्साह से मनाए जाते हैं।
मंदिर के लिए मार्गदर्शन:
नल्लूर कंदस्वामी कोविल श्रीलंका के उत्तरी प्रांत में नल्लूर में स्थित है। मंदिर जaffना शहर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर है। मंदिर तक पहुंचने के लिए, आप बस, टैक्सी या निजी वाहन का उपयोग कर सकते हैं।
नल्लूर कंदस्वामी कोविल श्रीलंका में हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह मंदिर न केवल धार्मिक विश्वास के लिए एक केंद्र है, बल्कि श्रीलंका के इतिहास और संस्कृति के लिए भी एक प्रमाण है।