





अग्नेय
Agneya
(Daughter of Agni in Hinduism)
Summary
अग्नेयी : अग्नि की पुत्री और अंग देश की महारानी
अग्नेयी एक संस्कृत नाम है जिसका अर्थ है "अग्नि की पुत्री"। हिन्दू धर्मग्रंथों में उनका उल्लेख अंग देश के राजा ऊरु की पत्नी और अंग, सुमनस, ख्याति, क्रतु और सिबि जैसे प्रतापी पुत्रों की माता के रूप में मिलता है। कुछ ग्रंथों में गया नामक एक और पुत्र का भी उल्लेख है।
हरिवंश पुराण और विष्णु पुराण जैसे महत्वपूर्ण ग्रंथों में अग्नेयी का वर्णन मिलता है। अग्नेयी के पिता अग्निदेव, अग्नि के देवता हैं, जिन्हें हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।
अग्नेयी का विवाह:
अग्नेयी का विवाह अंगिरा ऋषि के वंशज राजा ऊरु से हुआ था। राजा ऊरु अंग देश के शासक थे, जो आज के बिहार के भागलपुर और मुंगेर जिलों के आसपास का क्षेत्र माना जाता है।
अग्नेयी के पुत्र:
अग्नेयी और राजा ऊरु के पाँच (या छः) पुत्र हुए, जो अपने शौर्य और पराक्रम के लिए जाने जाते थे:
- अंग: अंग देश के उत्तराधिकारी बने।
- सुमनस:
- ख्याति:
- क्रतु:
- सिबि: अपनी दयालुता और न्यायप्रियता के लिए प्रसिद्ध हुए।
- गया (कुछ ग्रंथों में):
महत्त्व:
अग्नेयी का चरित्र माँ के रूप में त्याग और समर्पण का प्रतीक है। उनके पुत्र अपने समय के शक्तिशाली और प्रतापी राजा बने, जिससे अग्नेयी का नाम इतिहास में अमर हो गया।