





विठोबा
Vithoba
(Hindu deity considered as a manifestation of Vishnu)
Summary
विठोबा: एक विस्तृत वर्णन (हिंदी)
विठोबा, जिन्हें विठ्ठल और पांडुरंग के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू देवता हैं जिनकी पूजा मुख्य रूप से महाराष्ट्र और कर्नाटक में की जाती है। वे भगवान विष्णु के अवतार कृष्ण का एक रूप हैं।
रूप: विठोबा को अक्सर एक काले रंग के युवा लड़के के रूप में चित्रित किया जाता है, जो एक ईंट पर हाथों को कमर पर रखे खड़े होते हैं। कभी-कभी उनकी पत्नी रुक्मिणी भी उनके साथ होती हैं।
संप्रदाय: महाराष्ट्र में एकेश्वरवादी, गैर-रीतिवादी भक्ति-आधारित वारकरी संप्रदाय और कर्नाटक में द्वैत वेदांत में स्थापित ब्राह्मणical हरिदास संप्रदाय, दोनों ही विठोबा को अपना इष्ट देवता मानते हैं। पंढरपुर स्थित विठोबा मंदिर उनका मुख्य मंदिर है।
कथाएँ: विठोबा से जुड़ी कथाएँ उनके भक्त पुंडलिक के इर्द-गिर्द घूमती हैं, जिन्हें देवता को पंढरपुर लाने का श्रेय दिया जाता है। इन कथाओं में विठोबा को वारकरी कवियों-संतों के रक्षक के रूप में भी दर्शाया गया है।
साहित्य: वारकरी कवि-संत अपनी अनूठी भक्ति गीत शैली, अभंग के लिए जाने जाते हैं, जो विठोबा को समर्पित हैं और मराठी में रचे गए हैं। विठोबा को समर्पित अन्य भक्ति साहित्य में हरिदास के कन्नड़ भजन और आरती गीतों के मराठी संस्करण शामिल हैं, जो देवता को प्रकाश अर्पित करने की रस्मों से जुड़े हैं।
त्योहार: विठोबा के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार आषाढ़ के महीने में शयनी एकादशी और कार्तिक के महीने में प्रबोधिनी एकादशी को मनाए जाते हैं।
इतिहास: विठोबा और उनके संप्रदाय का इतिहास बहस का विषय है, यहाँ तक कि उनके नाम को लेकर भी। हालाँकि, उनके संप्रदाय और उनके मुख्य मंदिर, दोनों की उत्पत्ति भी बहस का विषय है, लेकिन स्पष्ट प्रमाण हैं कि वे 13 वीं शताब्दी तक अस्तित्व में थे।