





मूकाम्बिका
Mookambika
(Hindu goddess)
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मूकाम्बिका: शक्ति का एक रूप, रचनात्मकता और प्रतिभा की देवी
मूकाम्बिका एक हिंदू देवी हैं जिन्हें आदि पराशक्ति का एक रूप माना जाता है। आदि पराशक्ति हिंदू धर्म में सर्वोच्च देवी हैं। मूकाम्बिका को शक्ति का रूप माना जाता है, जो दिव्य स्त्री ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करती है और रचनात्मकता और प्रतिभा का प्रतीक है।
मूकाम्बिका की पूजा:
- कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु राज्यों में मूकाम्बिका की पूजा बड़े पैमाने पर की जाती है।
- उनका सबसे महत्वपूर्ण मंदिर कर्नाटक के उडुपी जिले के तटीय क्षेत्र में स्थित कोल्लूर गाँव में स्थित मूकाम्बिका मंदिर है।
मूकाम्बिका का स्वरुप:
- मूकाम्बिका को अक्सर शेर की सवारी करते हुए और अपने हाथों में त्रिशूल, खड्ग, ढाल, मृदंगम और कपाळ (खोपड़ी) जैसे विभिन्न आयुध धारण किए हुए दर्शाया जाता है।
- वे रक्षा, शक्ति और ज्ञान का प्रतीक मानी जाती हैं।
मूकाम्बिका की कथा:
- मूकाम्बिका से जुड़ी कई कथाएँ प्रचलित हैं। एक कथा के अनुसार, देवी ने राक्षस कोलासुर को वध करने के लिए यह रूप धारण किया था।
- कोलासुर के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए देवताओं ने देवी आदि पराशक्ति से प्रार्थना की थी।
- देवी ने मूकाम्बिका का रूप धारण किया और कोलासुर का वध करके तीनों लोकों में शांति स्थापित की।
मूकाम्बिका का महत्व:
- मूकाम्बिका को विद्या, बुद्धि और कला की देवी माना जाता है।
- छात्र, कलाकार और जो कोई भी ज्ञान या रचनात्मकता की तलाश में है, वे मूकाम्बिका की पूजा करते हैं।
- ऐसा माना जाता है कि देवी की पूजा करने से भक्तों को शक्ति, साहस और सफलता प्राप्त होती है।
Mookambika is a Hindu goddess, an aspect of Adi Parashakti, the supreme goddess of Hinduism. She is regarded to be the form of shakti, the divine feminine energy, that represents creativity and ingenuity. She is widely worshipped in the states of Karnataka, Kerala and Tamil Nadu. Her most important abode is the Mookambika Temple located in Kollur village in Udupi district of coastal Karnataka.