





पुलस्त्य
Pulastya
(Sage in Hinduism)
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पुलस्त्य ऋषि : एक विस्तृत परिचय
पुलस्त्य ऋषि हिन्दू धर्म के एक महान ऋषि थे। उन्हें सप्तऋषियों में से एक माना जाता है, जो सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा जी द्वारा उत्पन्न हुए थे।
प्रजापति और सप्तऋषि:
- पुलस्त्य दस प्रजापतियों में से एक थे। प्रजापति वे देवता हैं जिन्होंने सृष्टि में विभिन्न जीवों की रचना की।
- वे पहले मन्वंतर (मनु के शासनकाल) के सात महान ऋषियों (सप्तऋषियों) में से एक थे।
जन्म और परिवार:
- पुलस्त्य ब्रह्मा जी के मानस पुत्र थे, अर्थात वे ब्रह्मा जी के मन से उत्पन्न हुए थे।
- उनकी पत्नी का नाम हविर्भू थीं, जो कर्दम ऋषि की पुत्री थीं।
- उनके पुत्रों में से एक का नाम विश्रवा था, जो रावण, कुंभकर्ण और विभीषण के पिता थे।
महत्व:
- पुलस्त्य ऋषि को एक महान विद्वान और तपस्वी माना जाता है।
- उन्हें ज्योतिष शास्त्र का ज्ञाता भी कहा जाता है।
- उन्होंने कई महत्वपूर्ण ग्रंथों की रचना की, जिनमें से कुछ आज भी उपलब्ध हैं।
संक्षेप में:
पुलस्त्य ऋषि हिन्दू धर्म में एक पूजनीय ऋषि हैं, जिन्हें अपनी बुद्धि, तपस्या और ज्ञान के लिए जाना जाता है।
Pulastya is one of the ten Prajapati, and one of the mind-born sons of Brahma in Hinduism. He is also one of the Saptarishi in the first age of Manu, the Manvantara.