





शांतादुर्गा
Shantadurga
(Form of the Hindu goddess Durga)
Summary
शांतादुर्गा : गोवा की पालनाहार देवी (in detail)
शांतादुर्गा, देवी दुर्गा का एक अत्यंत पूजनीय रूप हैं, विशेषकर गोवा और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में। यह प्राचीन मातृ देवी "सांतेरी" का ही एक रूप मानी जाती हैं।
गोवा में सर्वव्यापी उपस्थिति:
गोवा के लगभग हर गाँव में शांतादुर्गा की पूजा होती है, अक्सर उन्हें एक चींटी के टीले के रूप में पूजा जाता है। यह प्रथा कुछ मंदिरों में भी देखी जाती है जो शांतादुर्गा को समर्पित हैं।
नाम का अर्थ और महत्त्व:
"शांता" का अर्थ है "शांति" और "दुर्गा" का अर्थ है "दुर्गम" या "अजेय"। शांतादुर्गा को शांति की देवी माना जाता है जो अपने भक्तों को हर प्रकार के कष्टों और संकटों से बचाती हैं।
पौराणिक संदर्भ:
कथाओं के अनुसार, शांतादुर्गा ने भगवान विष्णु और भगवान शिव के बीच एक भयंकर युद्ध को रोककर संसार को विनाश से बचाया था। इसलिए उन्हें सांतेरी, यानी "संधि कराने वाली" भी कहा जाता है।
मंदिर और उत्सव:
गोवा में शांतादुर्गा को समर्पित कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, जिनमें शांतादुर्गा देवी मंदिर, कवलेम और श्री शांतादुर्गा मंदिर, पणजी उल्लेखनीय हैं। इन मंदिरों में साल भर विभिन्न धार्मिक उत्सव और मेले आयोजित किए जाते हैं, जिनमें नवरात्रि और दशहरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं।
संक्षेप में, शांतादुर्गा गोवा और कर्नाटक के लोगों के लिए श्रद्धा और आस्था का एक महत्वपूर्ण केंद्र हैं, जो शांति, समृद्धि और सुरक्षा की प्रतीक हैं।