चंद्रा

Chandra

(Hindu god of the Moon)

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चंद्र देव: हिन्दू धर्म में चाँद के देवता

चंद्र, जिन्हें सोम भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में चाँद के देवता हैं। "चंद्र" शब्द का अर्थ संस्कृत में "चमकने वाला" या "चाँद" होता है।

चंद्र देव की भूमिकाएँ और विशेषताएँ:

  • रात के अधिपति: चंद्र देव को रात का स्वामी माना जाता है, और उनकी शीतल किरणें रात में शांति और शीतलता प्रदान करती हैं।
  • वनस्पति के देवता: चंद्र देव को पेड़-पौधों और वनस्पति का पोषण करने वाला माना जाता है। उनकी रोशनी से पौधे स्वस्थ रहते हैं और फलते-फूलते हैं।
  • नवग्रह और दिक्पाल: चंद्र देव, नौ ग्रहों (नवग्रह) में से एक हैं और दस दिशाओं (दिक्पाल) के संरक्षक देवताओं में से एक हैं।
  • सोम रस: पौराणिक कथाओं के अनुसार, चंद्र देव से एक खास रस निकलता है जिसे "सोम रस" कहा जाता है। यह रस देवताओं को अमरता प्रदान करता है।

चंद्र देव का स्वरूप:

चंद्र देव को प्रायः एक सुंदर युवक के रूप में चित्रित किया जाता है, जिनके सिर पर चाँद का छत्र होता है। वे दो भुजाओं वाले होते हैं और उनके हाथों में कमल के फूल या शंख और चक्र धारण किए होते हैं। वे एक सफेद रथ पर सवार होते हैं, जिसे दस सफेद घोड़े खींचते हैं।

चंद्र देव का महत्व:

हिन्दू धर्म में चंद्र देव का बहुत महत्व है। उन्हें मन, भावनाओं और प्रजनन क्षमता का कारक माना जाता है। चंद्र ग्रहण के दौरान लोग चंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।


Chandra, also known as Soma, is the Hindu god of the Moon, and is associated with the night, plants and vegetation. He is one of the Navagraha and Dikpala.



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