
अनुराधा
Anuruddha
(Disciple of Śākyamuni Buddha, foremost in the divine eye)
Summary
Info
Image
Detail
Summary
अनुरुद्ध: बुद्ध के चचेरे भाई और प्रमुख शिष्य
अनुरुद्ध गौतम बुद्ध के दस प्रमुख शिष्यों में से एक थे और उनके चचेरे भाई भी थे।
अनुरुद्ध के बारे में अधिक जानकारी:
- जन्म और परिवार: अनुरुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के शाक्य कुल में हुआ था। उनके पिता अमितोदन और माता अमिता थीं। अमितोदन, बुद्ध के पिता शुद्धोधन के भाई थे। इस प्रकार अनुरुद्ध, बुद्ध, आनंद और देवदत्त के चचेरे भाई थे।
- राजसी जीवन का त्याग: अनुरुद्ध का पालन-पोषण राजसी ठाठ-बाट में हुआ था। बाद में उन्होंने बुद्ध के उपदेशों से प्रभावित होकर गृह त्याग दिया और संघ में शामिल हो गए।
- अभिज्ञा (दिव्य दृष्टि) में निपुण: अनुरुद्ध ध्यान और साधना में अत्यंत कुशल थे। वे दिव्य दृष्टि (अभिज्ञा) प्राप्त करने वाले प्रमुख शिष्यों में से एक थे।
- बुद्ध के प्रिय शिष्य: अपनी विनम्रता, सरलता और तीव्र बुद्धि के कारण अनुरुद्ध बुद्ध के प्रिय शिष्यों में से एक थे।
- महत्वपूर्ण योगदान: अनुरुद्ध ने अपने ज्ञान और उपदेशों से बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अन्य रोचक तथ्य:
- अनुरुद्ध को अक्सर बुद्ध के साथ चित्रों और मूर्तियों में ध्यान करते हुए दिखाया जाता है।
- वे "दिव्य चक्षु" (दिव्य दृष्टि) के अधिकारी थे, जिसकी सहायता से वे दूर की चीजों को देख सकते थे और अतीत और भविष्य के बारे में भी जान सकते थे।
अनुरुद्ध बौद्ध धर्म में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। उनके जीवन और शिक्षाएं आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं।
Anuruddha was one of the ten principal disciples and a cousin of Gautama Buddha.