राजमुंदरी
Rajahmundry
(District Headquarter in Andhra Pradesh, India)
Summary
राजामहेंद्रवरम (रajahmundry): आंध्र प्रदेश का एक ऐतिहासिक शहर
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यह एक खाली पैराग्राफ है, इसका कोई अर्थ नहीं है।
राजामहेंद्रवरम, जिसे पहले रajahmundry के नाम से जाना जाता था, आंध्र प्रदेश राज्य का एक महत्वपूर्ण शहर और पूर्वी गोदावरी ज़िले का मुख्यालय है। यह राज्य का सातवाँ सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। इस शहर का नाम 11वीं शताब्दी के चालुक्य वंश के शासक राजराज नरेंद्र के नाम पर रखा गया था। 2015 में, शहर का नाम आधिकारिक तौर पर Rajahmundry से बदलकर Rajamahendravaram कर दिया गया।
ब्रिटिश शासनकाल:
1823 में, ब्रिटिश शासन के दौरान, मद्रास प्रेसीडेंसी में राजामहेंद्रवरम ज़िला बनाया गया था। 1859 में इसे पुनर्गठित किया गया और गोदावरी और कृष्णा ज़िलों में विभाजित किया गया। राजामहेंद्रवरम गोदावरी ज़िले का मुख्यालय था, जिसे 1925 में पूर्वी गोदावरी और पश्चिमी गोदावरी ज़िलों में और विभाजित किया गया। वर्तमान में यह पूर्वी गोदावरी ज़िले के राजामहेंद्रवरम राजस्व प्रभाग के अंतर्गत प्रशासित है।
शहर की विशेषताएँ:
राजामहेंद्रवरम शहर अपनी समृद्ध फूलों की खेती, इतिहास, संस्कृति, कृषि, अर्थव्यवस्था, पर्यटन और विरासत के लिए जाना जाता है। इसे "आंध्र प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी" भी कहा जाता है। यहाँ प्राचीन मंदिर, ऐतिहासिक इमारतें और गोदावरी नदी का मनमोहक दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। कृषि और फूलों की खेती भी शहर की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। शहर का विकास और आर्थिक प्रगति निरंतर जारी है।
नामकरण:
शहर का नाम "रजराज नरेंद्र" से लिया गया है, जो 11वीं शताब्दी के चालुक्य वंश के शासक थे और इस शहर पर शासन करते थे। "राजामहेंद्रवरम" नाम इनके नाम से ही व्युत्पन्न है जो शहर के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है। हालाँकि, "रajahmundry" नाम अंग्रेजी रूपांतरण के रूप में लंबे समय से प्रचलित रहा है।
संक्षेप में: राजामहेंद्रवरम आंध्र प्रदेश का एक महत्वपूर्ण शहर है जो अपने समृद्ध इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यह शहर आंध्र प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और पर्यटन के लिए भी एक आकर्षक स्थल है।