
जमरूद किला
Jamrud Fort
(Fort in Khyber Pakhtunkhwa, Pakistan)
Summary
जमरुद किला: खैबर दर्रे का प्रवेश द्वार
जमरुद किला, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के खैबर जनजातीय जिले में, खैबर दर्रे के प्रवेश द्वार पर, बाब-ए-खैबर के पास स्थित है। यह किला ऐतिहासिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है क्योंकि यह खैबर दर्रे के रास्ते आने-जाने वाले लोगों और सामग्रियों को नियंत्रित करता था।
सिख साम्राज्य के समय
सिख साम्राज्य के महान योद्धा, सारदार जनरल हरी सिंह नलवा की मृत्यु के बाद, खालसा सरकार के वजीर जवाहर सिंह ने सारदार जनरल गुरमुख सिंह लांबा को खालसा सेना के लाभों को पुनर्स्थापित करने और मजबूत करने के लिए मुख्य प्रशासनिक और सैन्य कमांडर नियुक्त किया।
गुरमुख सिंह लांबा की भूमिका
सारदार जनरल गुरमुख सिंह लांबा को खालसा सरकार की प्राप्तियों को मजबूत करने के लिए मुख्य प्रशासनिक और सैन्य कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने खैबर दर्रे पर सिख साम्राज्य का नियंत्रण मजबूत करने और स्थानीय जनजातियों को नियंत्रण में रखने के लिए कई कदम उठाए।
किले का महत्व
जमरुद किला खैबर दर्रे पर नियंत्रण रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था। यह किला सिख साम्राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक बिंदु था और इसने उन्हें पेशावर और आसपास के क्षेत्रों तक पहुंच बनाए रखने में मदद की।
आज का जमरुद किला
आज, जमरुद किला एक ऐतिहासिक स्थल है और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यह किला सिख साम्राज्य के इतिहास और खैबर दर्रे के महत्व को दर्शाता है।