Battle_of_Chamkaur

चमकौर का युद्ध

Battle of Chamkaur

(1705 battle in Punjab, India)

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चमकौर की लड़ाई: एक विस्तृत विवरण

चमकौर की लड़ाई, जिसे चमकौर साहिब की लड़ाई या चमकौर की दूसरी लड़ाई के रूप में भी जाना जाता है, सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह के नेतृत्व में खालसा सेना और मुगल सेना के बीच हुई थी। मुगल सेना का नेतृत्व वाज़िर खान और हिंदू पहाड़ी राजा कर रहे थे।

यह लड़ाई दिसंबर 1704 में चमकौर नामक जगह पर लड़ी गई थी, जो अब पंजाब में स्थित है। यह लड़ाई गुरु गोबिंद सिंह और उनके साथियों की बहादुरी का प्रतीक है और सिख इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है।

लड़ाई का संक्षिप्त विवरण:

  • गुरु गोबिंद सिंह अपनी सेना के साथ अनंदपुर साहिब से भाग रहे थे, जहां उन्होंने मुगल सेना का सामना किया था।
  • मुगल सेना ने गुरु गोबिंद सिंह और उनके साथियों का पीछा किया और उन्हें चमकौर में घेर लिया।
  • खालसा सैनिकों की संख्या मुगल सेना की तुलना में बहुत कम थी, फिर भी उन्होंने साहस और दृढ़ता से लड़ाई लड़ी।
  • गुरु गोबिंद सिंह ने अपने चारों पुत्रों को इस लड़ाई में खो दिया, लेकिन खुद जीवित बच गए।
  • गुरु गोबिंद सिंह ने इस लड़ाई में अपनी वीरता और साहस का परिचय दिया।

गुरु गोबिंद सिंह की ज़फ़रनामा:

गुरु गोबिंद सिंह ने इस लड़ाई का उल्लेख अपनी प्रसिद्ध पत्र ज़फ़रनामा में किया है। इस पत्र में उन्होंने मुगल सम्राट औरंगजेब को सिखों के साथ किए गए अत्याचारों का विवरण देते हुए, उनकी शक्ति और साहस की सराहना की है।

चमकौर की लड़ाई का महत्त्व:

  • यह लड़ाई सिखों की बहादुरी और दृढ़ता का प्रतीक है।
  • इस लड़ाई ने सिखों के धार्मिक उत्साह को बढ़ावा दिया।
  • यह लड़ाई सिख इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है और गुरु गोबिंद सिंह के जीवन की एक महत्वपूर्ण घटना है।

चमकौर साहिब का महत्व:

चमकौर आज एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह स्थान सिखों के लिए शहादत और बलिदान का प्रतीक है। हर साल हजारों सिख भक्त यहां आते हैं और गुरु गोबिंद सिंह के बलिदान को याद करते हैं।


The Battle of Chamkaur, also known as Battle of Chamkaur Sahib or the Second battle of Chamkaur, was fought between the Khalsa, led by Guru Gobind Singh, and the coalition forces of the Mughals led by Wazir Khan and of Hindu hill chief. Guru Gobind Singh makes a reference to this battle in his letter Zafarnama.



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