
बलभद्र कुंवर
Balbhadra Kunwar
(National hero of Nepal (1789–1823))
Summary
बलभद्र कुँवर क्षेत्री: नेपाल के एक महान योद्धा
बलभद्र कुँवर क्षेत्री (३० जनवरी १७८९ - १३ मार्च १८२३), नेपाल के एक प्रसिद्ध सैन्य कमांडर और प्रशासक थे। वे नेपाल के राष्ट्रीय नायकों में से एक माने जाते हैं। उन्हें अंग्रेज-नेपाल युद्ध (१८१४-१८१६) में नलापानी किले के बचाव में अपनी सैन्य कुशलता के लिए बहुत सराहा जाता है।
अंग्रेजों से युद्ध और नलापानी किला:
बलभद्र कुँवर क्षेत्री नेपाल के सेना में कप्तान थे। उन्हें देहरादून के किलों की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था। अंग्रेजों ने नेपाल पर आक्रमण किया और देहरादून पर कब्ज़ा करने की कोशिश की। बलभद्र कुँवर क्षेत्री ने अपनी सेना के साथ अंग्रेजों का बहादुरी से सामना किया और नलापानी किले को अंग्रेजों के हाथों में जाने से बचाया।
नलापानी किले का रण:
नलापानी किला एक छोटा किला था लेकिन बलभद्र कुँवर क्षेत्री ने अपनी रणनीतिक कुशलता और सैनिकों की वफादारी से किले का बचाव किया। किले पर अंग्रेजों ने लगातार हमले किए, लेकिन बलभद्र कुँवर क्षेत्री और उनके सैनिकों ने दृढ़ता से प्रतिरोध किया। युद्ध में अंग्रेजों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
बलभद्र कुँवर क्षेत्री का बलिदान:
बलभद्र कुँवर क्षेत्री ने अपने जीवन की रक्षा करते हुए युद्ध में शहादत प्राप्त की। उनके बलिदान ने अंग्रेजों को अधिक समय तक नेपाल में आगे बढ़ने से रोक दिया। यह विजय नेपाल के सैन्य इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है।
एक महान योद्धा की याद:
बलभद्र कुँवर क्षेत्री ने अपनी बहादुरी और बलिदान से नेपाल के इतिहास में अपना स्थायी स्थान बनाया है। उनकी स्मृति आज भी नेपाली जनता के दिलों में जीवित है।