
कालीघाट काली मंदिर
Kalighat Kali Temple
(Temple dedicated to Goddess Kali in India)
Summary
कालीघाट काली मंदिर: एक विस्तृत विवरण (Kalighat Kali Temple: A Detailed Description)
कालीघाट काली मंदिर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो देवी काली को समर्पित है। यह भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।
शक्तिपीठ : हिन्दू मान्यता के अनुसार जहाँ-जहाँ सती के शरीर के अंग गिरे थे, वहाँ-वहाँ शक्तिपीठ अस्तित्व में आए। कालीघाट में माँ सती के दाहिने पैर का अंगूठा गिरा था।
इतिहास: मंदिर का इतिहास 2000 वर्ष से भी अधिक पुराना माना जाता है। 16वीं शताब्दी में राजा मानसिंह के द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया था। वर्तमान मंदिर का निर्माण 19वीं शताब्दी में हुआ था।
वास्तुकला: मंदिर बंगाली वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है। मुख्य मंदिर में तीन गुंबद हैं और मुख्य द्वार पर चांदी का काम किया गया है।
मुख्य आकर्षण:
- माँ काली की मूर्ति: कालीघाट मंदिर में माँ काली की मूर्ति अत्यंत जीवंत और भव्य है। काली माँ की इस मूर्ति में उन्हें जीभ बाहर निकाले, रक्त से सनी हुई दिखाया गया है।
- नटराज की मूर्ति: मंदिर परिसर में भगवान शिव के नटराज रूप की एक सुंदर मूर्ति भी स्थापित है।
- राधा कृष्ण मंदिर: काली मंदिर के पास ही एक छोटा सा राधा कृष्ण मंदिर भी है।
- कुंड: मंदिर के पीछे एक पवित्र कुंड है जहाँ श्रद्धालु स्नान करते हैं।
त्यौहार: दुर्गा पूजा, काली पूजा और दीपावली यहाँ के प्रमुख त्यौहार हैं। दुर्गा पूजा के दौरान यहाँ भव्य मेले का आयोजन होता है।
मान्यता: कालीघाट मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहाँ सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है।
आवागमन: कालीघाट मंदिर कोलकाता के प्रमुख स्थलों से जुड़ा हुआ है। यहाँ तक बस, टैक्सी और मेट्रो द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।