
पुष्करम
Pushkaram
(Indian river worship festival)
Summary
पुष्करम: नदियों का महापर्व (River Festival of India)
पुष्करम एक भारतीय त्योहार है जो नदियों की पूजा को समर्पित है। इसे तेलुगु में पुष्करालु, कन्नड़ में पुष्करा और सामान्यतः पुष्कर भी कहा जाता है। यह त्योहार भारत की 12 प्रमुख पवित्र नदियों के तटों पर मनाया जाता है।
कैसे मनाते हैं?
इस त्योहार में लोग नदी के किनारे इकट्ठा होकर कई धार्मिक अनुष्ठान करते हैं जैसे:
- पितृ तर्पण: पूर्वजों को जल अर्पित करना और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करना।
- धार्मिक प्रवचन: धार्मिक गुरुओं द्वारा नदियों के महत्व और उनके प्रति हमारे कर्तव्यों पर प्रवचन देना।
- भजन-कीर्तन: ईश्वर की स्तुति में भजन और कीर्तन गाना।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जैसे नृत्य, गायन आदि।
कब मनाते हैं?
यह उत्सव हर साल बारी-बारी से 12 साल में एक बार एक नदी के लिए मनाया जाता है।
राशियों से संबंध:
प्रत्येक नदी एक राशि से जुड़ी होती है। जिस वर्ष बृहस्पति ग्रह जिस राशि में प्रवेश करता है, उस राशि से जुड़ी नदी का पुष्करम उस वर्ष मनाया जाता है। क्षेत्रीय मान्यताओं के कारण, कुछ राशियाँ एक से अधिक नदियों से जुड़ी हो सकती हैं।
महत्व:
पुष्करम त्योहार ना केवल नदियों के प्रति आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि यह लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने का भी एक माध्यम है।