
दीवान मोखम चंद
Dewan Mokham Chand
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दीवान मोखम चंद: सिख साम्राज्य के एक शक्तिशाली सेनापति
दीवान मोखम चंद (मृत्यु 16 या 29 अक्टूबर 1814) सिख साम्राज्य के सबसे महत्वपूर्ण सेनापतियों में से एक थे। वे एक हिंदू खत्री परिवार से थे।
उनकी प्रमुख उपलब्धियां:
- 1813 में अटॉक पर विजय: मोखम चंद ने 1813 में अटॉक शहर को दुर्rani अफगानों से जीत लिया। यह सिख साम्राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण जीत थी क्योंकि अटॉक पंजाब में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थान था।
- हिमाचल और जम्मू में राजपूतों का दमन: मोखम चंद ने हिमाचल पहाड़ों और जम्मू के जसरोता, चंबा, और बसरोली में राजपूत शासकों को परास्त किया। इससे सिख साम्राज्य की सीमाएं और विस्तारित हुईं।
- कश्मीर अभियान: मोखम चंद ने कश्मीर पर सिख साम्राज्य के शुरुआती आक्रमणों में से एक का नेतृत्व किया। हालांकि, कश्मीर की घाटियों तक पहुँचने वाले रास्तों पर भारी बर्फबारी के कारण यह अभियान असफल हो गया।
मोखम चंद एक कुशल सैनिक और एक योग्य नेता थे। उन्होंने सिख साम्राज्य के विस्तार और शक्ति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके द्वारा जीती गईं जीतें सिख इतिहास में महत्वपूर्ण हैं और उन्हें आज भी याद किया जाता है।
Diwan Mokham Chand was one of the chief commanders of the Sikh Empire. He conquered Attock from the Durrani Afghans in 1813 and subdued the Rajputs in the Hills of Himachal and in Jammu at Jasrota, Chamba, and Basroli. He also commanded one of the early Sikh expeditions to conquer Kashmir that ended in failure due to bad weather blocking the passes to the valley. Mokham Chand was born in a Hindu Khatri family origin.