
रिनपोचे
Rinpoche
(Honorific term used in the Tibetan language)
Summary
रिन्पोछे: तिब्बती बौद्ध धर्म में सम्मान का प्रतीक
"रिन्पोछे" (जिसे "रिमपोछे" भी लिखा जाता है), तिब्बती भाषा में एक सम्मानजनक शब्द है, जिसका शाब्दिक अर्थ है "अनमोल" या "बहुमूल्य"। यह शब्द रत्न या जवाहरात की तरह किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका संस्कृत भाषा में समानार्थी शब्द "रत्न" है।
यह शब्द तीन तिब्बती शब्दों से मिलकर बना है:
- रिन: जिसका अर्थ है "मूल्य"
- पो: एक प्रत्यय जो संज्ञा बनाने के लिए प्रयोग होता है
- चेन: जिसका अर्थ है "बड़ा"
तिब्बती बौद्ध धर्म में, "रिन्पोछे" शब्द का उपयोग सम्मान व्यक्त करने के लिए किया जाता है, खासकर उन लामाओं या धर्म के शिक्षकों के लिए जिन्हें पुनर्जन्म, वरिष्ठता, सम्मान, ज्ञान, या सिद्धि प्राप्त है। यह बौद्ध मठों के प्रमुख भिक्षुओं के लिए एक सम्मानजनक उपाधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
सरल शब्दों में:
रिन्पोछे एक बहुत ही खास और सम्माननीय उपाधि है जो तिब्बती बौद्ध धर्म में दी जाती है। यह उन लोगों को दिया जाता है जो बहुत ज्ञानी, आध्यात्मिक और पूजनीय होते हैं। यह उन लामाओं को भी दिया जाता है जिन्हें पुनर्जन्म प्राप्त हुआ है और जिन्होंने पहले के जीवन में धार्मिक ज्ञान और साधना अर्जित की है।