Naropa

नारोपा

Naropa

(Indian Buddhist Mahasiddha)

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नारोपा: एक महान बौद्ध सिद्ध

नारोपा (Prakrit) जिन्हें संस्कृत में नारोपाद, नदपाद या अभयकीर्ति भी कहा जाता है, एक प्रसिद्ध भारतीय बौद्ध सिद्ध थे।

गुरु और शिष्य परंपरा:

  • नारोपा, तिलोपा के शिष्य थे।
  • वे निगुमा के भाई या कुछ स्रोतों के अनुसार उनके साथी और शिष्य थे।
  • कुछ लोग मानते हैं कि नारोपा, मारपा लोत्सवा के गुरु थे, जबकि अन्य का मानना है कि मारपा ने नारोपा की शिक्षाएँ उनके शिष्यों के माध्यम से प्राप्त की थीं।

योगदान:

  • एक भारतीय महासिद्ध के रूप में, नारोपा की शिक्षाएँ वज्रयान बौद्ध धर्म, विशेष रूप से अनुत्तरयोगतंत्र के पूर्णता चरण से संबंधित उनके छह योगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
  • वे बिहार स्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय के "द्वारपालों" में से एक थे।

महत्व:

नारोपा की शिक्षाएँ आज भी वज्रयान बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उनके छह योग, ध्यान और योग अभ्यासों की एक गहन प्रणाली है जो मन की अशुद्धियों को दूर करने और बुद्धत्व प्राप्त करने में मदद करती है।


Nāropā or Abhayakirti was an Indian Buddhist Mahasiddha. He was the disciple of Tilopa and brother, or some sources say partner and pupil, of Niguma. As an Indian Mahasiddha, Naropa's instructions inform Vajrayana, particularly his six yogas of Naropa relevant to the completion stage of anuttarayogatantra. He was also one of the "gatekeepers" of Vikramashila monastery which is located in Bihar.



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