
असिता
Asita
(Ascetic who predicted that prince Siddhartha (later Buddha) would become a great religious leader)
Summary
असीत: बुद्ध के जन्म की भविष्यवाणी करने वाले तपस्वी
असीत, जिन्हें कालादेवला या कन्हशिरी भी कहा जाता है, प्राचीन भारत के एक महान तपस्वी थे जिनका वर्णन बौद्ध ग्रंथों में मिलता है। वह बुद्ध के पिता शुद्धोधन के गुरु और सलाहकार थे। असीत अपनी इस भविष्यवाणी के लिए प्रसिद्ध हैं कि कपिलवस्तु के राजकुमार सिद्धार्थ या तो एक महान चक्रवर्ती सम्राट बनेंगे या एक सर्वोच्च धार्मिक नेता। बाद में सिद्धार्थ, गौतम बुद्ध के नाम से जाने गए।
"असीत" नाम का शाब्दिक अर्थ है "जो किसी चीज से चिपके नहीं" जबकि कन्हशिरी का अर्थ है "गहरा तेज"। असीत को एक 'तपस्वी' के रूप में वर्णित किया गया है, जो कठोर तपस्या और साधना द्वारा अपने मन और इंद्रियों को वश में करने वाला साधक होता है।
आइए असीत के बारे में कुछ और जानते हैं:
- बुद्ध के जन्म की भविष्यवाणी: बौद्ध ग्रंथों के अनुसार, जब सिद्धार्थ का जन्म हुआ, तो असीत ध्यान में थे। उन्हें आभास हुआ कि एक महान आत्मा ने जन्म लिया है। वह तुरंत कपिलवस्तु पहुंचे और नवजात शिशु सिद्धार्थ को देखा। उन्होंने भविष्यवाणी की कि सिद्धार्थ या तो एक महान सम्राट बनेंगे या सांसारिक सुखों का त्याग करके एक महान धार्मिक नेता बनेंगे।
- शुद्धोधन के गुरु: असीत, राजा शुद्धोधन के गुरु और मार्गदर्शक थे। उन्होंने शुद्धोधन को धर्म और नीति के बारे में शिक्षा दी थी।
- तपस्वी जीवन: ग्रंथों में असीत को एक सिद्ध तपस्वी के रूप में दर्शाया गया है जो जंगलों में रहते थे और साधना करते थे।
असीत का चरित्र बौद्ध धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है क्योंकि उनकी भविष्यवाणी ने सिद्धार्थ के जीवन को एक नया मोड़ दिया और उन्हें बुद्धत्व के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।