Shuka

शुका

Shuka

(Hindu sage)

Summary
Info
Image
Detail

Summary

शुकाचार्य: भगवत पुराण के कथाकार

शुकाचार्य (IAST: Śuka) हिंदू धर्म में एक ऋषि (मुनि) हैं। वे महर्षि व्यास के पुत्र हैं और भगवत पुराण के मुख्य कथाकार हैं। भगवत पुराण का अधिकांश भाग शुकाचार्य द्वारा राजा परीक्षित को उनके अंतिम दिनों में सुनाई गई कथा से बना है।

शुकाचार्य को संन्यासी के रूप में चित्रित किया जाता है, जिन्होंने मोक्ष (मुक्ति) की तलाश में दुनिया का त्याग कर दिया था। अधिकांश कहानियों में यह कहा जाता है कि उन्हें मोक्ष प्राप्त हो गया था।

विवरण:

  • नाम: शुकाचार्य (शुकदेव)
  • पिता: महर्षि व्यास
  • कथाकार: भगवत पुराण
  • चरित्र: संन्यासी, मोक्ष प्राप्त
  • कथा: राजा परीक्षित को उनकी अंतिम दिनों में सुनाई गई कथा

भगवत पुराण में शुकाचार्य की भूमिका:

भगवत पुराण में शुकाचार्य की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। वे भगवत पुराण की कथा को एक सरल और आकर्षक तरीके से सुनाते हैं, जो भगवान कृष्ण के जीवन, शिक्षाओं और लीलाओं के बारे में बताती है।

शुकाचार्य की शिक्षाएं:

शुकाचार्य की शिक्षाएं भगवत भक्ति, ज्ञान, योग, और मोक्ष से संबंधित हैं। वे भगवान कृष्ण को सर्वोच्च भगवान मानते हैं और उनकी भक्ति को मोक्ष का मार्ग मानते हैं।

निष्कर्ष:

शुकाचार्य हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। वे भगवत पुराण के माध्यम से भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं को संसार तक पहुँचाते हैं। उनकी शिक्षाएं आज भी लोगों को प्रेरणा देती हैं और उन्हें मोक्ष की ओर ले जाने का मार्ग दिखाती हैं।


Shuka is a rishi (sage) in Hinduism. He is the son of the sage Vyasa and the main narrator of the scripture Bhagavata Purana. Most of the Bhagavata Purana consists of Shuka reciting the story to the king Parikshit in his final days. Shuka is depicted as a sannyasi, renouncing the world in pursuit of moksha (liberation), which most narratives assert that he achieved.



...
...
...
...
...
An unhandled error has occurred. Reload 🗙