
कम्मठ्ठाना
Kammaṭṭhāna
(Type of Buddhist meditation and objects used in such meditation)
Summary
कम्मट्ठाना: बौद्ध ध्यान का एक महत्वपूर्ण पहलू
कम्मट्ठाना एक पाली शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है "काम करने का स्थान"। इसका संस्कृत रूप कर्मस्थान है। मूल रूप से, कम्मट्ठाना का अर्थ था किसी का व्यवसाय या पेशा, जैसे खेती, व्यापार, पशुपालन आदि।
बौद्ध धर्म में, कम्मट्ठाना ने एक नया और महत्वपूर्ण अर्थ ग्रहण किया है। यहाँ, कम्मट्ठाना का तात्पर्य उन विषयों या वस्तुओं से है जिनका उपयोग ध्यान के दौरान एकाग्रता और मानसिक विकास के लिए किया जाता है।
कम्मट्ठाना और ध्यान:
बौद्ध धर्म में ध्यान एक महत्वपूर्ण अभ्यास है जो मन को शांत करने, एकाग्रता बढ़ाने और आत्म-ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है। कम्मट्ठाना, ध्यान के इस अभ्यास में एक केंद्रीय भूमिका निभाते हैं।
ध्यान के दौरान, अभ्यासी अपने मन को एक विशिष्ट कम्मट्ठाना पर केंद्रित करता है। यह कम्मट्ठाना एक भौतिक वस्तु, जैसे सांस, शरीर या किसी छवि, या फिर कोई अमूर्त अवधारणा, जैसे प्रेम, करुणा या मृत्यु हो सकता है।
कम्मट्ठाना पर ध्यान केंद्रित करने से मन भटकने से बचता है और एकाग्रता में सुधार आती है। यह मन को शांत करता है और अंततः आत्म-ज्ञान प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।
कम्मट्ठाना के प्रकार:
बौद्ध धर्म में विभिन्न प्रकार के कम्मट्ठाना बताए गए हैं जो अलग-अलग व्यक्तियों और उनके स्वभाव के अनुकूल होते हैं। कुछ प्रमुख कम्मट्ठाना इस प्रकार हैं:
- आनापानसति: सांस पर ध्यान
- चतुर्थासतिपट्ठाना: शरीर के चार आधारों पर ध्यान - काया, वेदना, चित्त, धम्म
- ब्रह्मविहार: चार उदात्त भावों का ध्यान - मैत्री, करुणा, मुदिता, उपेक्षा
- मृत्युस्मृति: मृत्यु का स्मरण
कम्मट्ठाना का महत्व:
कम्मट्ठाना बौद्ध ध्यान अभ्यास का एक अभिन्न अंग हैं। ये ध्यान के लिए एक आधार प्रदान करते हैं और मन को एकाग्र करने में मदद करते हैं। कम्मट्ठाना के अभ्यास से मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है और अंततः आत्म-ज्ञान प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।