
पाओलो अविताबिले
Paolo Avitabile
(Italian soldier.)
Summary
पाओलो क्रेसेन्जो मार्टिनो एविटैबिल: एक इतालवी सैनिक, भाड़े का सैनिक और साहसी
पाओलो क्रेसेन्जो मार्टिनो एविटैबिल (25 अक्टूबर 1791 – 28 मार्च 1850), जिन्हें अबू तबेला (हिन्दको: ابوتبیلا) के नाम से भी जाना जाता था, एक इतालवी सैनिक, भाड़े का सैनिक और साहसी थे।
एक किसान के बेटे, एविटैबिल का जन्म इटली के दक्षिणी भाग में सोरेन्टो के पास नेपल्स के प्रांत में अगेरोला में हुआ था। उन्होंने नेपोलियन युद्धों के दौरान नेपोलिटन मिलिशिया में सेवा की। वाटरलू की लड़ाई के बाद, कई अन्य साहसी सैनिकों की तरह, वह पूर्व की ओर निकल पड़े।
1820 में, वे फारस के शाह की सेना में शामिल हो गए। उन्होंने कर्नल का पद प्राप्त किया और कई सम्मान प्राप्त किए, लेकिन 1824 में इटली वापस आ गए।
1827 में, उन्होंने पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह की सेना में शामिल हो गए। बाद में, उन्हें कई नागरिक पद भी सौंपे गए। 1829 में उन्हें वज़ीराबाद का प्रशासक बनाया गया और 1837 में उन्होंने हरि सिंह नलवा की जगह पेशावर के गवर्नर का पद संभाला।
1843 में महाराजा शेर सिंह की हत्या के बाद, वह इटली वापस चले गए। वहां उन्हें जनरल का पद प्रदान किया गया और उन्हें नाइट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
पाओलो एविटैबिल एक साहसी और कुशल सैनिक थे जिन्होंने कई अलग-अलग सेनाओं में सेवा की और महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उनके जीवन का यह रोमांचक सफर उनकी वीरता और साहस को दर्शाता है।