
दिवाली
Diwali
(Hindu festival of lights)
Summary
Diwali: रोशनी और खुशियों का त्यौहार (Diwali: The Festival of Lights and Happiness)
Diwali, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, रोशनी का हिन्दू त्यौहार है जो पूरे भारत और दुनिया भर में बड़े उत्साह और हर्षोल्लास से मनाया जाता है। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और अज्ञानता पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है।
कब मनाते हैं?
दिवाली हर साल हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। यह त्यौहार आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर महीने में आता है और पाँच दिनों तक चलता है।
दिवाली का महत्व:
दिवाली का त्यौहार कई धार्मिक कहानियों और देवी-देवताओं से जुड़ा है:
- राम का अयोध्या वापसी: रामायण के अनुसार, इस दिन भगवान राम चौदह साल का वनवास काटकर अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस लौटे थे। अयोध्यावासियों ने उनके स्वागत में घी के दीप जलाए थे, तभी से यह परंपरा चली आ रही है।
- लक्ष्मी पूजन: दिवाली के दिन धन और समृद्धि की देवी, माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन माँ लक्ष्मी अपने भक्तों के घर विराजती हैं और उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
- गणेश पूजन: विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा भी दिवाली पर की जाती है। माना जाता है कि गणेश जी सभी बाधाओं को दूर करते हैं और नए कार्यो में सफलता दिलाते हैं।
कैसे मनाते हैं दिवाली?
दिवाली के दिन लोग अपने घरों, दुकानों और मंदिरों को दीयों, मोमबत्तियों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाते हैं। इस त्यौहार की धूम यहाँ देखने को मिलती है:
- दीप प्रज्ज्वलन: घर के हर कोने में दीप जलाना दिवाली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- रंगोली: घरों के आँगन में रंगोली बनाई जाती है जो शुभता और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है।
- पटाखे: दिवाली की रात को आतिशबाजी की जाती है जो बुरी शक्तियों को दूर भगाने का प्रतीक है।
- मिठाइयाँ: दिवाली पर तरह-तरह की मिठाइयाँ बनाई जाती हैं और परिवार और दोस्तों के साथ बाँटी जाती हैं।
- नए कपड़े: दिवाली पर नए कपड़े पहनने की परंपरा है जो नई शुरुआत और खुशियों का प्रतीक है।
अन्य धर्मों में दिवाली:
दिवाली मुख्य रूप से एक हिन्दू त्यौहार है, लेकिन यह अन्य धर्मों के लोग भी धूमधाम से मनाते हैं:
- जैन धर्म: जैन धर्म में दिवाली महावीर स्वामी के मोक्ष प्राप्ति दिवस के रूप में मनाई जाती है।
- सिख धर्म: सिख धर्म में दिवाली को 'बंदी छोड़ दिवस' के रूप में मनाया जाता है। इस दिन छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद जी मुगल शासक जहांगीर की कैद से रिहा होकर अमृतसर लौटे थे।
निष्कर्ष:
दिवाली भारत का एक प्रमुख और हर्षोल्लास से भरा त्यौहार है। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और अज्ञानता पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है। दिवाली के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर खुशियाँ मनाते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं।