
बौद्ध काव्य
Buddhist poetry
(Genre of literature)
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बौद्ध कविता : सरल व्याख्या और विस्तार
सरल भाषा में:
बौद्ध कविता, कविताओं का ऐसा संग्रह है जो बौद्ध धर्म के विचारों और शिक्षाओं को प्रस्तुत करता है।
विस्तृत व्याख्या (हिंदी):
बौद्ध कविता, बौद्ध साहित्य का एक अभिन्न अंग है। यह केवल काव्य रचना नहीं बल्कि बौद्ध धर्म के सिद्धांतों, उपदेशों और दर्शन को समझने का एक माध्यम है।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं:
- विषय वस्तु: बौद्ध कविताओं में मुख्यतः बुद्ध के जीवन, उनके उपदेश, कर्म और पुनर्जन्म, दुःख और निर्वाण जैसे विषयों पर प्रकाश डाला गया है।
- भाषा: प्रारंभिक बौद्ध कविताएँ पाली भाषा में रची गई थीं, जो उस समय आम जनता की भाषा थी। बाद में, संस्कृत, तिब्बती, चीनी, जापानी आदि भाषाओं में भी बौद्ध कविताओं का सृजन हुआ।
- प्रकार: बौद्ध कविताएँ विभिन्न रूपों में मिलती हैं जैसे गीत, स्तुति, गाथा, दोहा, चौपाई इत्यादि।
- उद्देश्य: बौद्ध कविताओं का मुख्य उद्देश्य धार्मिक शिक्षाओं का प्रसार, नैतिक मूल्यों को स्थापित करना और मानव जीवन को सार्थक बनाना है।
कुछ प्रसिद्ध बौद्ध कवि और रचनाएँ:
- अश्वघोष: "बुद्धचरित"
- नागार्जुन: "मध्यमक कारिका"
- मिलारेपा: तिब्बती बौद्ध कवि, जिनकी कविताएँ साधना और आध्यात्मिक अनुभवों पर केंद्रित हैं।
बौद्ध कविता न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि साहित्यिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्थान रखती है।
Buddhist poetry is a genre of literature that forms a part of Buddhist discourse.