
सांदीपनी
Sandipani
(Guru of Hindu deity Krishna)
Summary
Info
Image
Detail
Summary
संदीपनि ऋषि: कृष्ण और बलराम के गुरु
संदीपनि (संस्कृत: सान्दीपनि, रोमनकृत: Sāndīpani) हिन्दू धर्म में कृष्ण और बलराम के गुरु थे। उन्हें वेदों, चित्रकला, खगोल विज्ञान, गंधर्व वेद, चिकित्सा, हाथियों और घोड़ों के प्रशिक्षण, और तीरंदाजी जैसे सभी विषयों में शिक्षा देने का श्रेय दिया जाता है।
संदीपनि ऋषि के बारे में विस्तार से:
- परिचय: संदीपनि ऋषि एक प्रसिद्ध ब्राह्मण ऋषि थे, जो अपनी विद्वता और ज्ञान के लिए जाने जाते थे। उनके नाम का अर्थ है "जो सूर्य की तरह चमकता है"।
- गुरुकुल: संदीपनि ऋषि ने अपने गुरुकुल में कई शिष्यों को शिक्षा दी, जिनमें कृष्ण और बलराम सबसे महत्वपूर्ण थे।
- शिक्षा: संदीपनि ऋषि ने अपने शिष्यों को वेदों की गहरी समझ प्रदान की, जिसमें सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद और ऋग्वेद शामिल हैं। उन्होंने उन्हें कला, विज्ञान, यूद्ध कौशल, राजनीति और धर्म जैसे कई क्षेत्रों में ज्ञान भी प्रदान किया।
- कृष्ण और बलराम: संदीपनि ऋषि ने कृष्ण और बलराम को अपने गुरुकुल में शिक्षा दी। यह कहा जाता है कि कृष्ण ने संदीपनि ऋषि से तीरंदाजी, युद्ध कला, और नीति शास्त्र सीखा, जबकि बलराम ने कुश्ती, हाथी और घोड़े प्रशिक्षण, और युद्ध रणनीति सीखी।
- प्रमुख शिक्षाएँ: संदीपनि ऋषि ने अपने शिष्यों को धर्म, नैतिकता, और ज्ञान के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने उन्हें सच्चे ज्ञान के माध्यम से मोक्ष (मुक्ति) प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
संदीपनि ऋषि के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- संदीपनि ऋषि का गुरुकुल समुद्र तट पर स्थित था।
- उनके शिष्य उनकी शिक्षा से बहुत प्रभावित थे और उनका बहुत सम्मान करते थे।
- संदीपनि ऋषि के ज्ञान का प्रसार आज भी लगातार हो रहा है।
निष्कर्ष:
संदीपनि ऋषि अपने ज्ञान और ज्ञान के प्रसार के लिए प्रसिद्ध थे। उनके शिक्षणों का प्रभाव आज भी दुनिया में देखा जा सकता है।
Sandipani, sometimes rendered Sāndīpana, is the guru of Krishna and Balarama in Hinduism. He is regarded to have educated them regarding all the Vedas, the art of drawing, astronomy, gandharva veda, medicine, training elephants and horses, and archery.