और्वा
Aurva
(Sage in Hinduism)
Summary
Info
Image
Detail
Summary
और्व : एक प्रचंड ऋषि
और्व (संस्कृत: और्व, रोमनकृत: Aurva, अर्थ: 'जांघ से उत्पन्न') हिन्दू धर्म में एक प्रचंड ऋषि हैं, जो भार्गव वंश के हैं। उनका जन्म क्षत्रियों और भृगु के वंशजों के बीच एक खूनी संघर्ष के दौरान हुआ था। वे वत्स के दादा भी थे, जिनके नाम पर श्रीवत्स गोत्र का नाम रखा गया था। उनके पुत्र ऋचिक थे, जो विष्णु के छठे अवतार, परशुराम के दादा थे।
विवरण:
- और्व भार्गव वंश के एक प्रसिद्ध ऋषि थे।
- उनका जन्म क्षत्रियों और भृगु के वंशजों के बीच एक खूनी संघर्ष के दौरान हुआ था।
- वे वत्स के दादा थे, जिनके नाम पर श्रीवत्स गोत्र का नाम रखा गया था।
- उनके पुत्र ऋचिक थे, जो विष्णु के छठे अवतार, परशुराम के दादा थे।
- और्व को एक प्रचंड और शक्तिशाली ऋषि के रूप में जाना जाता था।
और्व की कहानी हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण है क्योंकि:
- वे भार्गव वंश के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे।
- उनके वंशजों ने हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उनका जीवन और कर्म हमें धर्म, कर्म और न्याय के महत्व के बारे में सिखाते हैं।
और्व के जीवन की कहानी:
और्व की कहानी बहुत ही रोचक और प्रेरणादायक है। वे एक शक्तिशाली ऋषि थे, जिन्होंने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया। लेकिन, उन्होंने हमेशा धर्म और न्याय का मार्ग अपनाया। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में चुनौतियाँ आएंगी, लेकिन हमें उनका सामना धैर्य और साहस के साथ करना चाहिए।
Aurva is a fierce sage in Hinduism, a member of the Bhargava race. He was born during a bloody feud between the Kshatriyas and the descendants of Bhrigu. He was also the grandfather of Vatsa, after whom the Srivatsa gotra is named. His son is Richika, the grandfather of the sixth avatar of Vishnu, Parashurama.