
दांत का मंदिर
Temple of the Tooth
(Temple complex in Sri Lanka)
Summary
श्री दलादा मालीगावा: पवित्र दांत अवशेष का मंदिर (हिंदी में विस्तृत विवरण)
श्री दलादा मालीगावा, जिसे अंग्रेजी में "टेंपल ऑफ द सेक्रेड टूथ रेलिक" के नाम से जाना जाता है, श्रीलंका के कैंडी शहर में स्थित एक बौद्ध मंदिर है। यह पूर्व कैंडी साम्राज्य के शाही महल परिसर में स्थित है, जहाँ भगवान बुद्ध के दांत का अवशेष रखा हुआ है।
महत्व:
प्राचीन काल से ही, इस अवशेष का स्थानीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रहा है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जो भी इस अवशेष को धारण करता है, वह देश का शासन करता है। ऐतिहासिक रूप से, यह अवशेष सिंहली राजाओं के पास रहा है।
विश्व धरोहर स्थल:
यह मंदिर और पवित्र अवशेष, दोनों को मिलाकर इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
दैनिक पूजा और अनुष्ठान:
मंदिर के भीतर के गर्भगृह में दो विशिष्ट अध्यायों, मालवथु और असगिरी अध्यायों के भिक्षु, दैनिक पूजा अर्चना करते हैं। प्रतिदिन तीन बार अनुष्ठान किए जाते हैं: सुबह, दोपहर और शाम को।
नानुमुरा मंगलlaya:
बुधवार को, सुगन्धित पानी और सुगन्धित फूलों से बने हर्बल मिश्रण "नानुमुरा मंगलlaya" से अवशेष का प्रतीकात्मक स्नान कराया जाता है। माना जाता है कि इस पवित्र जल में उपचार करने की शक्ति होती है और इसे उपस्थित लोगों में वितरित किया जाता है।
आतंकवादी हमले:
मंदिर को 1989 में जनता विमुक्ति पेरामुना और 1998 में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम द्वारा बम विस्फोटों से नुकसान पहुँचाया गया था। हालाँकि, हर बार इसे पूरी तरह से बहाल किया गया।
संक्षेप में, श्री दलादा मालीगावा श्रीलंका के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है, जो अपनी समृद्ध इतिहास, स्थापत्य कला और पवित्र अवशेष के लिए प्रसिद्ध है।